राजस्थान में कांग्रसे की सरकार पर संकट के काले बादल मंडरा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच तकरार जारी है। इन सब के बीच, सियासत तेजी होती जा रही है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के कचरे के कारण उसके खेमे में उथल-पुथल मची हुयी है और पार्टी नेतृत्व के अहंकार की वजह से दाल में कुछ काला दिखाई पड़ता है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कुनबे की कालीन के नीचे करप्शन के कचरे का कोलाहल साफ दिख रहा है। यही करप्शन का कचरा, कांग्रेस का पचड़ा बन गया है। करप्शन के कारोबार के सेठ की ऐंठ इस बात का सबूत है कि दाल में कुछ काला है।’’ कांग्रेस पार्टी पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के नेतृत्व को ‘‘सौर संयत्र और सौर पार्क’’ या ‘‘प्याज और पिज्जा’’ का फर्क भी पता नहीं वे ‘अज्ञानता से भरपूर बयान बहादुरी’ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और चीन के विषय को कांग्रेस नेतृत्व एक राजनीतिक मौके के रूप में देख रही है।
कोविड-19 संकट और चीन के साथ सीमा पर गतिरोध मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर इन दिनों शब्दों के वाण छोड़ने का कोई मौका नहीं गंवा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए नकवी ने कहा कि भारत दुनिया का पहला लोकतांत्रिक देश है जिसने संकट के समय 81 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन, वन नेशन वन राशन कार्ड, 8 करोड़ परिवारों को मुफ्त गैस सिलिंडर, 1 लाख 70 हजार करोड़ का गरीब कल्याण पैकेज, 20 करोड़ महिलाओं के जन धन खाते में 1500 रुपये, किसान सम्मान निधि के तहत 19 हजार करोड़ रुपये देने जैस प्रभावी कदम उठाये। उन्होंने कहा, ‘‘इन फैसलों के चलते लोगों में विकास के प्रति विश्वास मजबूत हुआ है।’’
नकवी ने कहा कि इसी कोरोना काल में तीन दर्जन से ज्यादा बड़े आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक, प्रशासनिक, व्यापारिक, श्रमिक, रक्षा, कोयला, नागरिक उड्डयन, ऊर्जा, डिस्ट्रीब्यूशन, अंतरिक्ष, फॉरेस्ट लैंड, कृषि, संचार, बैंकिंग, निवेश एवं डेरी से लेकर फेरी वालों तक की बेहतरी के लिए बड़े और महत्वपूर्ण सुधार किये गए जिसके चलते देश की अर्थव्यवस्था आपदा के बावजूद अवसर से भरपूर रही।’’
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के ‘‘दूरदर्शी’’ फैसलों और प्रयासों का परिणाम रहा है कि कोरोना की मारक क्षमता दुनिया के तमाम सुविधा सम्पन्न देशों के मुकाबले भारत में बहुत कम रही। उन्होंने कहा, ‘‘देश का अपने नेतृत्व पर अटूट विश्वास और नेतृत्व द्वारा संकट के समय फ्रंट पर आ कर संकट के समाधान के प्रभावी उपायों ने देश को कोरोना जैसी महामारी से जंग में मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है।’’