गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को संसद में तीन तलाक विधेयक पारित होने की प्रशंसा की और कहा कि विधेयक से मुस्लिम महिलाओं को ‘‘पुरानी कुप्रथा से मुक्ति मिलेगी।’’ उन्होंने राज्यसभा में विधेयक पारित होने को भारत के लोकतंत्र के लिए महान दिन करार दिया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और तीन तलाक पर कानून लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई देता हूं जो मुस्लिम महिलाओं को इस कुप्रथा से आजादी दिलाएगी। इस ऐतिहासिक विधेयक का समर्थन करने के लिए मैं सभी दलों को धन्यवाद देता हूं।’’
उन्होंने बयान जारी कर मुस्लिम महिलाओं को बधाई देते हुए कहा, ‘‘इस विधेयक के पारित होने के बाद मैं देश भर की मुस्लिम बहनों को बधाई देता हूं कि उन्हें तीन तलाक के अभिशाप से मुक्ति मिल गई है। इस विधेयक से मुस्लिम महिलाओं को पुरानी कुप्रथा से मुक्ति मिलेगी।’’
गृह मंत्री ने कहा कि अब के बाद मुस्लिम महिलाओं के लिए संभावनाओं के असीमित द्वार खुल जाएंगे और ‘नये भारत’ के निर्माण में वे प्रभावी भूमिका निभा सकेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘आज का दिन भारत के लोकतंत्र के लिए बड़ा दिन है। मैं उन सभी पार्टियों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस ऐतिहासिक विधेयक का समर्थन किया।’’
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विधेयक पारित होने पर कहा कि मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आज ऐतिहासिक दिन है जब लोकसभा के बाद राज्यसभा ने भी तीन तलाक कानून को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं से किया वादा निभाया और उनको तलाक- तलाक- तलाक से मुक्ति दिलाई।’’
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विधेयक को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह अवधारणा की राज्यसभा इसे पारित नहीं करेगा, आज टूट गया। यह महत्वपूर्ण विधेयक है जो पिछले दो वर्षों से लटका हुआ था लेकिन आज मुस्लिम महिलाओं को अंतत: न्याय मिल गया।’’
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट किया, ‘‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019 का संसद से पारित होना संविधान, लोकतंत्र एवं संसदीय इतिहास का स्वर्णिम दिन है।’’