केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर तथा पूर्वोत्तर के मुद्दों पर विस्तृत बैठक की। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, रेल मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहे। बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर में नए सिरे से परिसीमन और इसके लिए आयोग गठन पर विचार किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि गृह मंत्रालय में यह बैठक एक घंटे से अधिक चली। समझा जाता है कि इस बैठक में बढ़ती कीमतों के बीच कच्चे तेल की आपूर्ति के मुद्दे पर चर्चा की गई। एक अधिकारी ने बताया कि शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में वित्त एवं पेट्रोलियम मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भी हिस्सा लिया।
रिपोर्ट के बाद कुछ सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की जा सकती हैं। इस मामले में अमित शाह, राज्यपाल सत्यपाल मलिक से बात कर चुके हैं। अमित शाह पिछले चार दिन में कश्मीर को लेकर दो बार बैठक कर चुके हैं। अमित शाह के गृह मंत्री के तौर पर गृह मंत्रालय में मंगलवार को उनका चौथा दिन है।
अमित शाह ने पहले दिन यानि 31 मई को पद संभालते के अगले ही दिन यानि एक जून को गृह मंत्रालय ने जुड़े सभी मामलों पर प्रेजेंटेशन लिया। उसके बाद तीन जून को आंतरिक सुरक्षा पर बैठक ली। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ-साथ आईबी चीफ और रॉ चीफ मौजूद थे। बैठक में कश्मीर को लेकर सुरक्षा स्थित पर चर्चा हुई।