अमित शाह ने रविवार को कहा कि जैविक उत्पादों और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जिन राष्ट्रीय स्तर की बहु-राज्य सहकारी समितियों को मंजूरी दी गई है, उनसे किसानों को अगले 10 वर्षों में काफी अधिक कमाई करने में मदद मिलेगी। कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) के ‘किसान भवन’ का उद्घाटन करने पहुंचे शाह ने किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती अपनाने की भी जोरदार वकालत की और कहा कि इससे उनकी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा मिट्टी और पर्यावरण को भी रासायनिक खाद से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा।
आय में कई गुना वृद्धि करने में मदद करेंगी
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी साहब द्वारा शुरू किया गया काम अगले 10 वर्षों में किसानों की आय को न केवल दोगुना करेगा, बल्कि कई गुना बढ़ाएगा। निर्यात एवं जैविक उत्पादों की केवल दो सहकारी समितियां किसानों की आय में कई गुना वृद्धि करने में मदद करेंगी।’’ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट में तीन बहु-राज्य सहकारी समितियों की स्थापना का अहम फैसला किया, जिनमें से दो समितियां राज्य के किसानों के लिए बहुत उपयोगी हैं।
उपज निर्यात करने में मदद करेगी
उन्होंने कहा, ‘‘एक सहकारी समिति, किसानों से खरीदे गए जैविक उत्पादों के मुनाफे को सीधे उन्हें हस्तांतरित करेगी।’’ जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक भवन का शिलान्यास करने के बाद शाह ने कहा कि एक अन्य सहकारी समिति किसानों को देश के किसी भी गांव से अपनी उपज निर्यात करने में मदद करेगी। गौरतलब है कि कैबिनेट ने इस साल जनवरी में राष्ट्रीय निर्यात समिति, जैविक उत्पाद राष्ट्रीय सहकारी समिति और राष्ट्रीय बहु-राज्य बीज सहकारी समिति की स्थापना को मंजूरी दी थी।