मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पार्टी ने एक नया फॉर्म्युला अपनाया है । यह वही फार्मूला है जो उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी अपनाया था, जिसको लेकर उन्हें भारी जीत हासिल हुई थी। आपको बता दे कि भाजपा ने इस बार मध्य प्रदेश में 39 उम्मीदवारों की एक दूसरी सूची जारी की है। जिसमें भाजपा ने दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्री सहित सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है। बीजेपी मध्य प्रदेश की रणभूमि में विधानसभा चुनाव को लेकर सारा निर्णय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हाथों में सौंप रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जिन साथ सांसदों को भाजपा ने टिकट दिया है उसमें मुरैना की जीवनी सीट से नरेंद्र सिंह तोमर , सतना से गणेश सिंह, सीधी से रीति पाठक और जबलपुर से राकेश सिंह के साथ-साथ गाडरवारा से सांसद उदय प्रताप सिंह और नरसिंहपुर से प्रहलाद पटेल के साथ-साथ अन्य सांसदों को टिकट दिया है। इतना ही नहीं बल्कि बीजेपी ने अपने राष्ट्रीय एक महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भी इंदौर से टिकट दिलवाई है।
इस बार मध्य प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा सरकार काफी सीरियस नजर आ रही है और यही कारण है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लगातार मध्य प्रदेश का दौरा करते हुए भी नजर आए राजनीतिक सलाहकारों का कहना है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह मास्टरस्ट्रोक इन बड़े चेहरे को उतार कर अमित शाह ने हर क्षेत्र में एक नया मुख्यमंत्री का चेहरा वहां के लोगों के सामने पेश कर दिया है। यह फार्मूला ठीक वैसा ही है जैसा साल 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए चुनाव में अमित शाह ने आजमाया था। राजनीतिक सलाहकारों का यह भी माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के विष्णु दत्त शर्मा की इस सूच उम्मीदवारों के नाम तय करने में जमकर चली है। इतना ही नहीं बल्कि इस बार प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।