बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने महात्मा गांधी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर आज अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा की मैंने कभी महात्मा गांधी और पंडित नेहरू के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा। मैं सिर्फ हमारे स्वतंत्रता संग्राम के बारे में चर्चा कर रहा था। हेगड़े का बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल उनके इस बयान की निंदा कर रहे है।
उन्होंने कहा, 1 फरवरी 2020 को दिया गया बयान मेरा अपना वक्तव्य। मैंने कभी किसी राजनीतिक दल या महात्मा गांधी या किसी और के लिए कोई संदर्भ नहीं दिया, मैं सिर्फ स्वतंत्रता संग्राम को वर्गीकृत करने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने कहा की भाषण सार्वजनिक डोमेन में है यदि कोई देखना चाहता है, तो यह ऑनलाइन और मेरी वेबसाइट पर उपलब्ध है। मैंने कभी महात्मा गांधी और पंडित नेहरू के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा। मैं सिर्फ हमारे स्वतंत्रता संग्राम के बारे में चर्चा कर रहा था।
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हेगड़े के बयान को लेकर पार्टी ने भी नाराजगी जताते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। गौरतलब है की हेगड़े ने बेंगलुरु में हुए एक कार्यक्रम में महात्मा गांधी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए कुछ बलिदान नहीं दिया, उन्होंने देश को विश्वास दिलाया कि भारत को आज़ादी ‘उपवास सत्याग्रह’ के ज़रिए मिली है और वे महापुरुष बन गए। ‘उपवास सत्याग्रह’ गांधीवादी आंदोलन का तरीका है।
उत्तर कन्नड़ से छह बार लोकसभा सदस्य रहे 51 वर्षीय हेगड़े ने कहा, ‘‘जिन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया और देश में बड़े सुधारों की दिशा में काम किया, उन्हें इतिहास के अंधेरे कोने में फेंक दिया गया, लेकिन जो अंग्रजों के साथ ‘सामंजस्य’ कर लड़े, वे प्रमाणपत्र के साथ स्वतंत्रता सेनानी बन गए…। यह देश की त्राासदी है।’’ उन्होंने ये टिप्पणियां विनायक दामोदर सावरकर की याद में आयोजित कार्यक्रम में कीं।