केरल से लगते जिलों में सर्विलांस बढ़ाया गया है। एक एडवाइजरी में जनता से कहा गया कि केरल की अनावश्यक यात्राओं से बचें। केरल में वायरस पर काबू पाने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे की एक मोबाइल बायोसेफ्टी लेवल-3 (BSL-3) लैबोरेटरी कोझिकोड़ भेजी है। विधानसभा में केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि अभी जो मामले हैं, वह निपाह वायरस के बांग्लादेश वैरियंट के हैं। जानिए यह वैरिएंट क्या है और कितना खतरनाक है।