भारत और चीन की झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। जहाँ अब चीन का बयान सामने आ गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत चीन के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है।अरुणाचल में दोनों देशों के सैनिकों के बीच भिड़ंत हुई जहाँ भारतीय जवानों ने चीन के सैनिकों को खदेड़ दिया।
झड़प में चीनी सैनिक हुए ज्यादा घायल
इस झड़प में नौ भारतीय और 22 चीनी सैनिक घायल हुए ऐसा दावा भी किया जा रहा है कि भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीक़े से बॉर्डर को क्रॉस किया था। लेकिन जैसे ही यह घटना हुई तो दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया फ़िलहाल भारतीय सेना ने अलर्ट जारी कर दिया है।
रक्षा मंत्री ने दिया बयांन :
L70 एयर डिफेंस गन अग्रिम मोर्चे पर तैनात की गई है. साथ ही तेजपुर में SU-30 फाइटर प्लेन को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है।हाशिमारा राफेल फाइटर बेस को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है।लेफ्टिनेंट जनरल सीबी पोनप्पा ने हालात नियंत्रण में होने की बात कही है. उन्होंने कहा, “सब कुछ ठीक है और नियंत्रण में है।झड़प के बाद की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल पोनप्पा ने पत्रकारों से कहा, “सब ठीक है और नियंत्रण में है। हम सब सुरक्षित हैं.”
रक्षा मंत्री ने संसद में क्या कहा :
वहीँ इसपर रक्षा मंत्री का भी ब्यान सामने आय। संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारतीय सेना के जवानों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में चीनी सेना को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का उल्लंघन करने से बहादुरी से रोका।उन्होंने कहा, ”मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी भारतीय सैनिक नहीं मारा गया या गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ।मैं सदन को यह भी विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में सक्षम है. हमारी सेना किसी भी घुसपैठ से निपटने के लिए तैयार है।”
जानकारी से विपक्ष संतुष्ट नहीं:
भारत और चीन की झड़प के बाद विपक्ष और सरकार के बीच तकरार बढ़ गई है।मंगलवार (13 दिसंबर) को संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से दी गई जानकारी से विपक्ष संतुष्ट नहीं है।सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्ष की एक अहम बैठक बुलाई है।बैठक में प्रमुख मुद्दा भारत-चीन तनाव ही रहने वाला है।विपक्ष का कहना है कि सदन में उन्हें इस मुद्दे पर अपनी बात रखने का पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है।