सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का पूर्वी लद्दाख के दौरे का आज दूसरा दिन है। उन्होंने आज पूर्वी लद्दाख में आगे के क्षेत्रों का दौरा किया और जमीन पर परिचालन की स्थिति की समीक्षा की। इसके साथ ही सेना प्रमुख ने अपने उच्च मनोबल के लिए सैनिकों की प्रशंसा की और उन्हें उत्साह के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
सेना प्रमुख नरवणे ने ईस्टर्न लद्दाख के फॉरवर्ड पोस्ट पर उन जवानों को प्रशस्ति पत्र दिया, जिन्होंने चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया था। सेना प्रमुख मंगलवार को लेह पहुंचे जहां उन्होंने गलवान घाटी में पिछले दिनों घायल जवानों से मुलाकात की। लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सेना के बीच हुई झड़प के बाद सेना प्रमुख का यह दूसरा लद्दाख दौरा है।
सेना प्रमुख ने 15 जून की घटना में घायल सैनिकों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ ही उस रात की घटना के बारे में भी उनसे बात की। गौरतलब है कि गलवान घाटी की झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। चीनी सेना के ज्यादा सैनिकों के हताहत होने की खबर है। चीन ने मारे गए उसके सैनिकों की संख्या जाहिर नहीं की है, लेकिन उसने यह स्वीकार किया है कि उसका एक कमांडिंग ऑफिसर घटना में मारा गया था।
जनरल नरवणे नई दिल्ली में सेना कमांडरों के दो दिवसीय सम्मेलन में सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद लेह पहुंचे हैं। सोमवार को शुरू हुए सम्मेलन में भी चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले दिनों हुई घटना तथा किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सेना की तैयारियों के बार में चर्चा हुई।