सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने सीडीस के गठन और सैन्य मामलों के विभाग बनाने को लेकर कहा कि सेनों के एकीकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है और हम अपनी ओर से यह सुनिश्चित करेंगे कि यह सफल रहे। तीनों सेनाओं में तालमेल सबसे जरूरी है। दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए सेना प्रमुख ने ये बात कही।
उन्होंने कहा, हमें भविष्य के लिए प्रशिक्षित होना होगा और यही वह जगह है जो हमारा जोर प्रशिक्षण पर होगा। रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख (सीडीएस) का गठन और सैन्य मामलों के विभाग का निर्माण एकीकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है और हम अपनी ओर से यह सुनिश्चित करेंगे कि यह एक सफलता है।
उन्होंने कहा, सेना के रूप में, हम भारत के संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेते हैं, और संविधान हमें हर समय अपने कार्यों में हमारा मार्गदर्शन करेगा। पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सेना द्वारा दो निहत्थे नागरिकों की हत्या किए जाने पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा, हम इस तरह की बर्बर गतिविधियों का सहारा नहीं लेते हैं और एक बहुत ही पेशेवर ताकत के रूप में लड़ते हैं। हम सैन्य रूप से ऐसी स्थितियों से उचित तरीके से निपटेंगे।
सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘एकीकरण सेना के भीतर भी होगा और एकीकृत युद्ध समूह इसका एक उदाहरण है। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एकीकरण की इस प्रक्रिया में हम सभी को साथ लेकर चलेंगे। कोई भी पीछे नहीं रहेगा।’’
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कश्मीर घाटी में तैनात सेना के अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों पर सेना प्रमुख ने कहा, जमीन पर कमांडर के आदेश का सम्मान किया जाना चाहिए। जो भी शिकायतें दर्ज हुई हैं, वे निराधार साबित हुई हैं। अधिकारियों की कमी है लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि इसके लिए आवेदन करने वाले लोगों की कमी है। हमने बल में अधिकारियों के चयन के लिए मानकों को कम नहीं किया है। महिला जवानों को लेकर उन्होंने कहा, 6 जनवरी से, 100 महिला जवानों के पहले बैच का प्रशिक्षण सैन्य पुलिस में शामिल होने के लिए शुरू हो गया है।