देश के 73 वें सेना दिवस के मौके पर भारतीय सेना के प्रमुख एमएम नरवणे ने शुक्रवार को यानी 15 जनवरी 2021 को देश के हर सैनिक को फिर चाहे उनकी ड्यूटी सरहद पर हो या राज्यों में सभी को संबोधित करते हुए उन्हें सेना दिवस की शुभकामनाएं दी, साथ ही सेना प्रमुख ने भारत माता के लिए शहीद हुए बहादुरों के “सर्वोच्च बलिदान” की सराहना की। उन्होंने कहा साल 2020 चुनौतियों और अवसरों से भरा हुआ था, भारतीय सेना इस दौरान देश की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में दृणता से लगी रही।
भारत-चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा (LAC) पर जारी गतिरोध को लेकर आर्मी चीफ ने कहा, ‘हमारे बहादुर ऑफिसरों और जवानों ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया।’ चीन के साथ एलएसी पर गतिरोध के बीच सेना की त्वरित कार्रवाई की तारीफ करते हुए आर्मी चीफ ने कहा, ‘बातचीत और कूटनीति के जरिए विवाद सुलझाने को लेकर प्रतिबद्ध होने के साथ ही भारतीय सेना ने याथास्थिति को बदलने के हर प्रयास का त्वरित और निर्णायक जवाब दिया।’ इसके साथ ही उन्होंने कोरोना महामारी के बीच लगातार आतंकवाद के खिलाफ छेड़े जा रहे अभियानों का भी जिक्र किया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने भी आर्मी डे पर संदेश दिया। अपने संदेश में बिपिन रावत ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी सेना दिवस के मौके पर अपने-अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट लिख कर भारतीय सेना के जवानों को नमन किया और उनके साहस की सराहना की। जानकारी के लिए बता दें कि आर्मी डे या सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है। 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के एम करियप्पा स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने थे। उस समय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक थे। केएम करियप्पा के सेना प्रमुख बनाए जाने के बाद से ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाने लगा।