लुधियाना : लुधियाना के इंडस्ट्रियल एरिया सुफियां चौक के नजदीक मुश्ताक गंज में प्लास्टिक के लिफाफे बनाने वाली फैक्टरी में सोमवार को लगी धधकती आग की लपटें थम चुकी है। अब उसके दुष्परिणाम भी सामने लगे है। 5 मंजिला इमारत धवस्त होने के बाद सुरक्षा बलों के 250 के करीब जवानों ने काफी संघर्ष व अनथक प्रयासों के बाद 5 लोगों को जिंदा निकालने में कामयाबी हासिल की। जबकि इस हादसे में मृतकों का आंकडा एक दर्जन से पार हो चुका है। हालांकि मलबे के ढेर में अब भी दर्जनों लोगों के दबे होने की आशंका अभी भी बरकरार है। मृतकों में 5 फायर कॢमयों समेत भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज से जुडे राष्ट्रीय नेता लक्ष्मण द्रविड का नाम शामिल है। जिसका आज दरेसी मैदान स्थित शमशानभूमि पर दोपहर को पोस्ट मार्टम के उपरांत रिश्तेदारों व समाज से जुडे अन्य लोगों की मौजूदगी में दाह संस्कार कर दिया गया। 47 वर्षीय लक्ष्मण द्रविड सोमवार की सुबह ट्रैक सूट में ही इस घटना की जानकारी मिलते ही हादसे का मुआयना करने पहुंचे थे।
चौबीस घंटे पहले हुए इस हादसे का निरीक्षण करने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह, लोकल बाडी मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष एवं एमपी सुनील जाखड भी मुआयना करने आए व उन्होंने राहत कार्यों में जुटे अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। जबकि स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिंदरा, सांसद रवनीत सिंह बिट़्टू, लुधियाना के पांचों विधायक भारत भूषण आशु, सुरिंदर डाबर, संजय तलवाड, सिमरजीत सिंह बैंस ने दौरा किया। सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इस घटना को बेहद अफसोसजनक बताते हुए मृतकों के परिजनों के साथ गहरी सहानूभुति व्यक्त की तथा कहा कि इस आगजनी और हादसे के दौरान हमारे बहादुर फायर अफसरों की भी जान गई है। उन्होंने इस हादसे में मारे गए लोगों को दस लाख रूपये मुआवजा दिये जाने की घोषणा की, जिसमें पांच लाख रूपये पंजाब सरकार व पांच लाख रूपये लोकल बाडी मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू अपने विभाग की ओर से देंगे।
इसके अलावा मृतकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। इस अवसर पर मुखयमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस घटना की जांच के आदेश दिये है तथा डिविजनल कमिश्नर इस हादसे के पीछे के कारणों के बारे में पूरी जांच करके उन्हें रिपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने मौके पर राहत कार्य का जायजा लिया है तथा अभी कुछ और फायर मैन व अन्य के फंसे होने की सूचना है। वह उन सभी के सकुशल होने की कामना करते है। एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि स्थानीय सरकार विभाग के मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए पहले ही बड़े स्तर पर कदम उठाए जा रहे है। इसके लिए जहां 97 फायर इंजन अलग अलग शहरों में दिये जा रहे है, जिसमें से 67 बांटे जा चुके है, तथा बाकी भी जल्द बांट दिये जाएंगे।
इसके अलावा ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अलग से फायर डायरेक्टोरेट स्थापित किया जा रहा है जिसका नोटिफिकेशन जल्द हो जाएगा। इस डायरेक्टोरेट के स्थापित होने के बाद बिल्डिंग निर्माण के सेफटी पहलुओं की जांच भी इसी के अधीन होगी तथा कोई भी निर्माण इनके बिना नहीं होगा। पूर्व में हुए निर्माणों को भी या तो सेफटी के नियम पालन करने होंगे अन्यथा उन्हें बिल्डिंग को बंद करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि डिविजन कमिश्नर की जांच रिपोर्ट आने के बाद और कोई भी जरूरी कदम सरकार द्वारा उठाए जाएंगे।
पुलिस के अुनसार धारा 304 ए के तहत फैक्टरी मालिक इंद्रजीत सिंह गोला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गोला आग बुझने तक फैक्टरी के बाहर तीन घंटे तक मौजूद रहे। जबकि फैक्टरी धवस्त होते ही उन्हें दिल का दौरा पडा। जिसका कारण उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच में जुटी है।
स्मरण रहे कि सोमवार की सुबह सवेरे लगी इस आग की सूचना पाकर लुधियाना नगर निगम व फायर बिग्रेड की दर्जनों गाडिया, फायर अधिकारी राजिंदर शर्मा की अगुवाई में मौके पर आग को कंट्रोल करने के लिए पहुंची। जानकारी के अनुसार जब आग अंतिम पडाव में थी। तो अचानक पौने बारह बजे के करीब इमारत में एक विस्फोट के उपरांत पांच मंजिला इमारत धराशाही होकर जमींदोज हो गई। जिसके मलबे के नीचे आकर अनगिनत लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है। इमारत के धवस्त होने की खबर पाकर जिला प्रशासन ने लाडोवाल स्थित एनडीआरएफ व सेना से गुहार लगाई तो चंद समय में ही दो सौ के करीब जवानों ने बचाव कार्य का मोर्चा संभाल लिया। जिसके परिणाम स्वरूप बारह शव निकाल लिए गए। व पांच लोग जिंदा बचाए गए है।
मृतकों में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) के राष्ट्रीय निर्देशक 48 वर्षीय लक्ष्मण द्रविड, फायर अधिकारी 55 वर्षीय शिमौन गिल, फायर कर्मी 47 वर्षीय पूर्ण सिंह व फायर कर्मी राजन, कनैया, संदीप-कंप्यूटर आप्रेटर, विशाल, बलदेव फैक्ट्री प्रबंधक, अमरजोत, के अलावा पंजाब टैक्सी यूनियन के 60 वर्षीय प्रधान इंद्रपाल सिंह पाल और शामिल है। जबकि एक अन्य शव फैक्टरी के केअर टेकर धन बहादुर का बताया जा रहा है। मलबे से जिंदा बचे भागयशाली शख्सों में लुधियाना के मंजीत नगर इलाके का सुनील कुमार उर्फ विक्की, रोहित कपूर, सुभाष चंद्र, व अन्य शामिल है।
– सुनीलराय कामरेड