दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वायु प्रदूषण और पराली जलाए जाने के मामले पर चर्चा करने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात करने आज यहां पहुंचे। केजरीवाल के साथ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री और पर्यावरण सचिव भी यहां पहुंचे।
खट्टर के साथ बातचीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”प्रदूषण से निपटने के लिए हम सबकों मिलकर समाधान निकालना होगा। आज हमारी चर्चा बहुत सार्थक हुई है और ये प्रदूषण से निपटने की एक शुरुआत है।” उन्होंने कहा, ”इस परेशानी से निपटने के लिए हम कड़े से कड़े कदम उठाने के लिए तैयार हैं।”
We had a very positive discussion, we will take all steps possible to tackle the situation: Delhi CM Arvind Kejriwal after meeting Haryana CM #pollution pic.twitter.com/Sg9XqMdsvn
— ANI (@ANI) November 15, 2017
केजरीवाल ने पहले बताया था कि खट्टर ने उन्हें आज चंडीगढ़ बुलाया है क्योंकि व्यस्त होने के कारण वह दिल्ली में मुलाकात नहीं कर पाए थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने का समाधान खोजने के लिए हरियाणा एवं पंजाब के अपने समकक्षों के साथ बैठक की इच्छा जताई थी।
हर साल सर्दी के दौरान क्षेत्र में जहरीली धुंध छाने के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों के पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। केजरीवाल ने हाल में कहा था कि केंद्र, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली सरकारों को राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार रखना चाहिए और पराली जलाए जाने के स्थायी समाधान के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलने से कल इंकार कर दिया था और कहा था केजरीवाल इस गंभीर मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं दें। सिंह ने दावा किया कि वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री इस पर इतना जोर क्यों दे रहे हैं, जबकि उन्हें यह पता है कि इस तरह की चर्चा अर्थहीन और बेकार होगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दिल्ली में प्रदूषण रोकने की अपनी सरकार की नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं जिसका सम-विषम योजना को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण की प्रतिक्रिया ने खुलासा कर दिया है। सिंह ने यह भी कहा कि केजरीवाल से मुलाकात करना व्यर्थ है और उन्होंने जोर दिया कि पराली जलाने के मामले को केंद्र को सुलझाना चाहिए।