राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर शुरू हुआ सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पहुंचे तो सचिन पायलट के समर्थकों ने उन्हें देखते ही नारेबाजी शुरू कर दी। दरअसल, पायलट के समर्थकों ने मांग रखी कि उन्हें या तो पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए, या फिर राजस्थान का मुख्यमंत्री नियुक्त किया जाए।
समर्थकों का कहना है कि ‘राहुल गांधी भी यंग हैं। भारत का भविष्य युवाओं के हाथों में है। जब तक किसी युवा को टॉप पोस्ट नहीं मिलेगी, तब तक कांग्रेस को पावर नहीं मिलेगी। पायलट को जमीनी स्तर की समस्याओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के हालात के बारे में जानकारी है। हम उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते हैं।’
राजस्थान के सियासी हालातों को लेकर पायलट की सोनिया से मुलाकात
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राजस्थान में भारी घमासान मचा हुआ है। राज्य के सियासी हालातों को लेकर सचिन पायलट ने गुरुवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। पायलट ने इस मुलाकात के बाद बताया कि उन्होंने राजस्थान की राजनीति को लेकर सोनिया गांधी के सामने सारी स्थिति रखी है और अब उन्हीं को राजस्थान के मामले में अंतिम निर्णय लेना है।
गहलोत को झटका, सचिन को ताज? सोनिया गांधी से दोनों की मुलाकात के अलग-अलग मायने
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अशोक गहलोत गुट के 82 विधायकों ने इस्तीफा दिया था। जिसकी वजह से कांग्रेस आलाकमान की काफी ज्यादा बेइज्जती हुई थी। लेकिन इसके बाद ही पता चला कि अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से माफी मांग ली थी। वहीं इस सारे विवाद के बाद अशोक गहलोत के हाथ से कांग्रेस का अध्यक्ष बनने का मौका निकल गया।