चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब वह एशियाई विकास बैंक (एडीबी) में उपाध्यक्ष पद को संभालेंगे। लवासा 31 अगस्त को अपना कार्यकाल पूरा कर रहे दिवाकर गुप्ता का स्थान लेंगे। 1980 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी लवासा मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के दावेदार थे और चुनाव आयोग में उनका कार्यकाल अभी बाकी था।
लवासा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति से पहले, लवासा केंद्रीय वित्त सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए। इससे पहले वे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के केंद्रीय सचिव भी रहे।
Dream-11 ने 222 करोड़ रूपये में खरीदा IPL के टाइटल स्पॉन्सर का अधिकार
लवासा उस वक़्त चर्चा में आये थे जब लोकसभा चुनाव के बाद चुनाव आयोग द्वारा कथित चुनाव उल्लंघनों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को क्लीन चिट देने के फैसले का विरोध किया था। चुनाव के कुछ समय बाद लवासा, उनकी पत्नी और बेटे को आयकर विभाग का नोटिस भेजा गया था।
निर्वाचन आयोग के इतिहास में अशोक लवासा दूसरे ऐसे आयुक्त होंगे जिन्हें कार्यकाल पूरा करने से पहले ही इस्तीफा देकर जाना पड़ रहा है। अशोक लवासा से पहले 1973 में मुख्य निर्वाचन आयुक्त नागेन्द्र सिंह ने तब इस्तीफा दिया था जब उनको अंतरराष्ट्रीय न्यायिक अदालत में जज बनाया गया था।