BREAKING NEWS

FTP 2023: सरकार ने नई विदेश व्यापार नीति का किया ऐलान, जानें इसकी मुख्य बातें ◾ पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ हिंदू समुदाय के लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन◾बिहार में बिजली उपभोक्तओं को राहत, महंगी नहीं होगी बिजली◾अजित पवार ने कहा- 'राजनीतिक दलों और नागरिकों को औरंगाबाद में शांति के लिए एकजुट प्रयास करना चाहिए'◾कर्नाटक में BJP को बड़ा झटका, एनवाई गोपालकृष्ण ने विधायक पद से दिया इस्तीफा ◾नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से 1 अप्रैल को होंगे रिहा ◾इंदौर हदासे के बाद PM मोदी का भोपाल प्रवास का स्वागत कार्यक्रम रद्द ◾हावड़ा में कट्टरपंथियों का बवाल, CM ममता ने बीजेपी और दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनों को ठहराया जिम्मेदार ◾दिल्ली में बढ़ा कोरोना का ग्राफ, CM केजरीवाल बोले- हमारी सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार◾ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर पॉर्न स्टार को पैसे देकर चुप कराने का लगा आरोप, केस हुआ दर्ज ◾गुजरात: PM मोदी विरोधी पोस्टर लगाने के आरोप में AAP के आठ कार्यकर्ता गिरफ्तार◾PM Modi ने की घोषणा, गैस पाइपलाइन परियोजना पर एक समान शुल्क लगाया जाएगा◾Himachal Bridge Collapse: हमीरपुर में निर्माणाधीन पुल ढहा, किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं◾Himachal Weather Update: लाहौल और स्पीति में हल्का हिमपात, कई हिस्सों में बारिश◾पंजाब के CM भगवंत मान की बेटी को US में जान से मारने की मिली धमकी : स्वाति मालीवाल◾केजरीवाल ने दिल्ली की योगशाला क्लासेस बंद करने के लिए उपराज्यपाल और PM मोदी को ठहराया जिम्मेदार ◾RSS प्रमुख मोहन भागवत सिंधी समाज को आज संबोधित करेंगे, CM चौहान भी होंगे शामिल◾दिल्ली महिला आयोग ने Transgenders की स्थिति में सुधार के लिए जारी किए दिशानिर्देश ◾Delhi Fire News: दिल्ली के वजीरपुर की एक फैक्ट्री में लगी भीषण आग, पुलिस कर रही जांच ◾Delhi Fire News: दिल्ली के वजीरपुर की एक फैक्ट्री में लगी भीषण आग, पुलिस कर रही जांच ◾

असम के CM हिमंत बिस्व सरमा का दिल्ली दौरा,NRC लागू करने पर हुई चर्चा

असम में तैयार एनआरसी को कानूनी वैधता प्रदान के लिए रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया ने अब तक कोई अधिसूचना जारी नहीं की है। लेकिन इस बीच,असम में एनआरसी लागू करने को लेकर असम सरकार और केंद्र के बीच चर्चा जारी है। इस सिलसिले में 20 सितंबर को देर शाम जल्दबाजी में दिल्ली पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की चर्चा 2 घंटे तक चली। केंद्रीय गृहमंत्री के साथ इस बैठक में असम के मुख्यसचिव समेत कुछ महत्वपूर्ण अधिकारी भी शामिल हुए।

गृहमंत्री की इस बैठक के बाद असम के मुख्यमंत्री ने इशारा किया कि अन्य मुद्दों के अलावा एनआरसी पर चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि फिलहाल केंद्र और असम सरकार एक ही स्थिति में हैं और सुप्रीम कोर्ट में लंबित फैसले का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन में 19 लाख लोगों के नाम नहीं जुड़ पाने के बाद असम सरकार की ओर से राज्य के एनआरसी सयोजक ने कोर्ट से दुबारा करेक्शन की मांग की थी जिससे कुछ जेनुइन लोगों का नाम जुड़ सके। कोर्ट ने अबतक इस मसले पर कोई फैसला या व्यवस्था नहीं दी है।

असम सरकार ने बनाया रोडमैप

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश आते ही एनआरसी को तेजी से कार्यान्वित करने का मुकम्मल रोड मैप असम सरकार ने बना रखा है। बीजेपी और असम सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में अगस्त 2019 में सूबे में तैयार अंतिम एनआरसी सूची में बांग्लादेश से आकर असम में बसे हिन्दू आबादी की बड़ी संख्या का नाम नदारद है जो दो-दो पीढ़ियों से यहां रह रहे हैं.

दरअसल, इसी साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में जारी बीजेपी के मेनिफेस्टो में ये घोषणा की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत असम में एनआरसी को लागू करेगी। असम में तैयार एनआरसी को कानूनी वैधता प्रदान के मामले पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। इस वजह से लाखों लोगों का भविष्य बीच में लटका है। असम में तैयार एनआरसी को कानूनी वैधता प्रदान के लिए रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया ने अब तक कोई अधिसूचना जारी नहीं की है। लेकिन इस बीच असम के करीमगंज के एक न्यायाधिकरण ने एक व्यक्ति को भारतीय घोषित करते हुए पूर्व की एनआरसी को ही अंतिम सूची करार दिया है।  करीमगंज का के न्यायाधिकरण एक व्यक्ति की नागरिकता पर सुनवाई कर रहा था।  हाल में ही असम सरकार ने इस साल 4 सितंबर को एक आदेश जारी कर ऐसे न्यायाधिकरणों से एनआरसी पर कोई भी टिप्पणी नहीं करने की दरख्वास्त की है।