दूसरे पड़ाव के लिए गुप्तकाशी से फाटा के लिए रवाना हुई बाबा केदार की पंचमुखी डोली, भक्तों का उमड़ा सैलाब

दूसरे पड़ाव के लिए गुप्तकाशी से फाटा के लिए रवाना हुई बाबा केदार की पंचमुखी डोली, भक्तों का उमड़ा सैलाब
Published on

10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से दूसरे पड़ाव फाटा के लिए प्रस्थान कर गई। भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली 7 मई को प्रातः 8:45 बजे श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास हेतु दूसरे पड़ाव फाटा के लिए प्रस्थान की। गौरतलब है कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई शुक्रवार को खुल रहे हैं। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयंसेवक और हक-हकूकधारी भगवान केदारनाथ की पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से नंगे पैर श्री केदारनाथ धाम तक ले जाते हैं।

  • 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे
  • उससे पहले बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली फाटा के लिए प्रस्थान कर गई
  • श्रद्धालु और स्कूली बच्चे बाबा केदार की जय बोलकर पुष्प वर्षा कर रहे थे

सैकड़ों श्रद्धालु यात्रा में शामिल

गुप्तकाशी से प्रस्थान करते समय श्रद्धालु और स्कूली बच्चे बाबा केदार की जय बोलकर पुष्प वर्षा कर रहे थे। देश-विदेश से सैकड़ों श्रद्धालु भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे हैं। 5 मई को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली के उत्तराखंड सदन से बाबा केदारनाथ डोली यात्रा के साथ चलने वाले भंडारा कार्यक्रम के 300 सेवादारों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।

इस प्रकार होगी यात्रा

चार धाम शुरू होने से पहले, भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूर्ति (भगवान हनुमान की पांच मुख वाली मूर्ति), चल विग्रह उत्सव डोली यात्रा, पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ और गौरीकुंड से अपने निवास के लिए प्रस्थान करती है और फिर गुप्तकाशी से फाटा होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंचती है। कपाट खुलने के दिन मंदिर प्रांगण में सजे मंच से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भजन गायकों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं

Related Stories

No stories found.
logo
Punjab Kesari
www.punjabkesari.com