India bows to Lokmanya Tilak on his 100th Punya Tithi.
His intellect, courage, sense of justice and idea of Swaraj continue to inspire.
Here are some facets of Lokmanya Tilak’s life… pic.twitter.com/9RzKkKxkpP
— Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2020
प्रधानमंत्री ने याद किया कि कैसे तिलक ने लोगों में आत्मविश्वास जगाया था और ‘‘स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’’ का नारा दिया था।
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी का स्वतंत्रता आन्दोलन में अतुलनीय योगदान है, उन्होंने अपने जीवन का क्षण-क्षण राष्ट्र को समर्पित कर क्रांतिकारियों की एक वैचारिक पीढ़ी तैयार की।अंग्रेजों के विरुद्ध आवाज बुलंद कर उन्होंने स्वराज का जो नारा दिया उसने देश में नया साहस और विश्वास जगाया। pic.twitter.com/erty8D7ENs
— Amit Shah (@AmitShah) August 1, 2020
अंग्रेजों से डरे लोगों को स्वाधीनता के लिए प्रेरित करने के लिए तिलक जी ने ही सार्वजनिक गणेश उत्सव शुरू किया।’ गृहमंत्री ने आगे लिखा,’ लोकमान्य तिलक जी का अध्ययन असीमित था, उनके विचारों, कृतित्व और शोधों में उनके गहन चिंतन को साफ देखा जा सकता है। उनका मानना था कि जब देश गुलामी की बेड़यिं में जकड़ हो तब भक्ति और मोक्ष नहीं, कर्मयोग की जरूरत होती है। ऐसे वीर नायक की 100वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।’
लोकमान्य तिलक जी का अध्ययन असीमित था, उनके विचारों, कृतित्व और शोधों में उनके गहन चिंतन को साफ देखा जा सकता है। उनका मानना था कि जब देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हो तब भक्ति और मोक्ष नहीं कर्मयोग की जरूरत होती है। ऐसे वीर नायक की 100वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।
— Amit Shah (@AmitShah) August 1, 2020