देश में एक बार फिर विवाद उठ खड़ा हुआ है। बता दें इस बार ये विवाद PM मोदी पर बनाई डाक्यूमेंट्री की वजह से है। जी हां इस डाक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों को दिखया गया है और केंद्र के अनुसार इसमें PM मोदी की गलत छवि गढ़ने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन अब ये विवाद बढ़ते-बढ़ते जेएनयू तक आ गया है।
इसी वजह से जेएनयू एक बार फिर सुर्खियों में है। कल रात जेएनयू के छात्र संगठनों के बीच जमकर बवाल हुआ और पथराव भी हुआ। जेएनयू में वामपंथी संगठन ‘प्रधानमंत्री मोदी’ को निशाना बनाकर बनाई गई बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को कैंपस में दिखाने पर अड़ गए है। इसी मुद्दे को लेकर देर रात परिसर में पूरा विवाद हो गया।
विवादित डॉक्यूमेंट्री देखने के लिए JNU छात्रों ने किया हंगामा
दरअसल बीबीसी ने पीएम मोदी को टारगेट बनाकर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। इतना ही नहीं सरकार ने इस को भारत में दिखाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया परन्तु अब भी बहुत स डार्क वेबसाइट्स पर ये डाक्यूमेंट्री अभी भी मौजूद बताई जा रही है। दूसरी और देंखे तो मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत के विदेश मंत्रालय ने खुद प्रेस कांफ्रेंस कर इसे औपनिवेशिक मानसिकता से प्रेरित और पक्षपातपूर्ण बताया।
सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम कहेंगे कि यह भारत के खिलाफ एक खास तरह की साजिश है। गलत सूचना का नैरेटिव चलाने की कोशिश की जा रही है। इससे पता चलता है कि इससे जुड़े लोग और संस्थाएं एक खास तरह की सोच रखते हैं। फिलहाल अभी तक जेएनयू में इस फिल्म को दिखाने के लिए बच्चे अड़े हुए है और हंगामा अभी भी जारी है। देखना आगे ये होगा की ये हंगामा किस तरह और कब तक थमता है।