जापान के ओसाका में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होने वाली है। इस मुलाकात को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर उत्सुकता जाहिर की है। दरअसल G20 समिट में हिस्सा लेने पहुंच रहे दोनों देशों के प्रमुखों के बीच शुक्रवार को मुलाकात होगी। ऐसे में अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि भारत इस मुलाकात के बाद टैरिफ वापस ले लेगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने इस बारे में ट्वीट करते हुए लिखा, मैं इस तथ्य के बारे में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बात करने के लिए उत्सुक हूं कि भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ बहुत अधिक टैरिफ डाल रहा है, अभी हाल ही में टैरिफ में और भी वृद्धि हुई है।यह अस्वीकार्य है और टैरिफ को वापस लेना चाहिए।
I look forward to speaking with Prime Minister Modi about the fact that India, for years having put very high Tariffs against the United States, just recently increased the Tariffs even further. This is unacceptable and the Tariffs must be withdrawn!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 27, 2019
राष्ट्रपति ट्रंप जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा चीनी एवं रूसी समकक्षों शी चिनफिंग और व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। व्हाइट हाउस ने कहा है कि ट्रंप और मोदी के बीच 28 जून को द्विपक्षीय बैठक होगी। शुक्रवार को इससे पहले वह सुबह 8 :00 बजे (स्थानीय समयानुसार) जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात करेंगे।
इसके बाद सुबह 9 :15 बजे त्रिपक्षीय बैठक के लिए आबे और ट्रंप के साथ मोदी भी इसमें शामिल होंगे। व्हाइट हाउस के मुताबिक ट्रंप और मोदी के बीच द्विपक्षीय बैठक सुबह नौ बजकर 35 मिनट पर शुरू होनी है। इसके बाद सवा दस बजे ट्रंप जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ मुलाकात करेंगे।
वह दोपहर में रूसी एवं ब्राजीली राष्ट्रपतियों से भी मुलाकात करेंगे। मोदी को चुनाव में मिली हालिया जीत के बाद ट्रंप के साथ यह उनकी पहली मुलाकात होगी। इससे ठीक पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारत का दौरा किया और इस दौरान वह मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मिले।
ट्रंप और मोदी के बीच होने वाली मुलाकात व्यापार एवं आर्थिक मुद्दों के चलते द्विपक्षीय संबंधों में पनपे तनाव को देखते हुए अहम मानी जा रही है। व्हाइट हाउस के साउथ लॉन्स में मीडिया के साथ बातचीत में ट्रंप ने भारत का उल्लेख नहीं किया था। वहीं दूसरी तरफ ट्रंप ने आगाह किया कि वह चीन पर नये व्यापार शुल्क लगा सकते हैं और साथ ही अमेरिका के कुछ करीबी सहयोगियों पर मुफ्तखोरी का आरोप भी लगाया।