राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि वे अपनी सफलता से संतुष्ट न हों बल्कि भगवान राम के आदर्शों का अनुकरण करें।
भागवत ने कठिनाईयों के दौर को याद किया
भागवत ने यहां एबीवीपी की तेलंगाना इकाई के नये कार्यालय भवन का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। उद्घाटन के बाद शाम को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए भागवत ने एबीवीपी के शीर्ष छात्र संगठन के रूप में उभरने के कठिन दौर को याद किया।
जो लोग एबीवीपी को महत्वहीन मानते थे, वे अब संगठन को शीर्ष पर पाते हैं
उन्होंने कहा कि अन्य छात्र संगठनों के सदस्य पहले एबीवीपी कार्यकर्ताओं का मजाक उड़ाते थे कि संगठन ने देवी सरस्वती की पूजा करने और परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित करने के अलावा कुछ नहीं किया। संघ प्रमुख ने कहा कि अब यह कहने की किसी की हिम्मत नहीं है। भागवत ने कहा कि जो लोग एबीवीपी को महत्वहीन मानते थे, वे अब संगठन को शीर्ष पर पाते हैं और कड़ी मेहनत के कारण यह बदलाव संभव हुआ है।