लुधियाना: सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी द्वारा सेवा निभाने, सच और धर्म की खातिर जिस्म के अंग-अंग कटवाकर शहीदी प्राप्त करने वाले भाई मनी सिंह जी का शहीदी दिवस शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी और संगत के सहयोग के साथ गुरूद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में श्रद्धा सहित मनाया गया। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के अतिरिक्त सचिव सुखदेव सिंह भूरा-कोहना ने कहा कि भाई मनी सिंह सिख कौम के महान विद्वान और गुरू के पक्के बहादुर सिख थे, जिन्होंने जिस्म के अंग-अंग कटवाने तो परवान कर लिया परंतु धर्म और सिखी से मुंह ना मोड़ा। श्री अखंड पाठ साहिब के भोग उपरांत सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई जगदीप सिंह के जत्थे द्वारा गुरूबाणी कीर्तन किया गया। अरदास भाई कुलविंद्र सिंह ने की और पावन हुकमनामा गुरूद्वारा मंजी साहिब के कथा वाचक भाई हरमितर सिंह ने लिया।
इस अवसर पर उपस्थित संगत से विचारों की सांझ करते हुए भाई हरिमितर सिंह ने जहां शहीद मनी सिंह जी के जीवन के बारे में रोशनी डाली वही सिख धर्म के अंदर शहादत के संकल्प और सिख इतिहास की शहादतों के लंबे संघर्ष संबंधी जानकारी भी दी। उन्होंने संगत को भाई साहिब के जीवन से प्रेरणा लेकर गुरूमती-जुगाती अनुसार जीवन यापन करने को कहा। स. सुखदेव सिंह भूरा ने इस अवसर पर कहा कि भाई मनी सिंह समेत अन्य शहीदों की कुर्बानियों से प्ररेणा लेकर गुरू के संग लगना चाहिए और अपने जीवन को सार्थक बनाते हुए धर्म, समाज और मनुष्यता के भले के लिए यत्नशील रहना चाहिए। इस अवसर पर संगत के अलावा प्रबंधक गुरिंद्र सिंह , स. सतनाम सिंह, स. हरिंद्र सिंह, स. हरप्रीत सिंह, स. सुखराज सिंह और स. लखविंद्र सिंह, स. निशान सिंह आदि शिरेामणि कमेटी का समस्त स्टाफ भी उपस्थित था।
– सुनीलराय कामरेड