भारत में लोकप्रिय भक्ति गायन को फिर से परिभाषित करने वाले गायक नरेंद्र चंचल अब नहीं रहे। खबरों के मुताबिक, नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। सत्तर और अस्सी के दशक में चंचल को अपने ‘जागरण’ हिट्स के साथ प्रसिद्धि मिली। खासकर के उन्हें विशेष रूप से शेरावाली माता के समर्पित गाने के लिए पहचाना जाने लगा।
शेरावाली माता के लिए उनका गीत ‘चलो बुलावा आया है’ आज तक लोकप्रिय है। चंचल को उनके लाइव परफोर्मेस के लिए जाना जाता है। गायक ने बॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जाने-माने भजन गायक नरेन्द्र चंचल के निधन पर शोक जताया और कहा कि अपनी ओजपूर्ण आवाज से उन्होंने भजन गायन की दुनिया में विशिष्ट पहचान बनाई।
लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम् शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) January 22, 2021
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।’’
बता दें कि चंचल का जन्म अमृतसर में एक धार्मिक पंजाबी परिवार में 16 अक्टूबर 1940 को हुआ था। उनके घर में धार्मिक माहौल था और उनकी मां भजन और आरती गाया करतीं थीं। चंचल प्रकृति के नरेंद्र ने अपनी मां से गाना सीखा और माता के भक्ति संगीत को अपार लोकप्रियता प्रदान की। गुलशन कुमार की कंपनी टी सीरिज से उनका करीबी नाता रहा।
उन्होंने 1973 में बालीवुड फिल्म पुलिसमैन के लिए पहला गीत गाया। लेकिन 1980 में आयी फिल्म ‘आशा’ के ‘तूने मुझे बुलाया’ तथा 1983 में ‘अवतार’ के ‘चलो बुलावा आया है’ गीतों ने धूम मचा दी। उन्होंने आधा दर्जन से अधिक फिल्मों के कई गीतों को अपनी आवाज दी। इसके अलावा उन्होंने 1400 से अधिक गीतों और भजनों की 270 से ज्यादा एल्बमों को सुरों से सजाया।