केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को एक वर्ष पूरा हो चुका है। इन कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर महीनों से जारी किसानों के आंदोलन अब भी जारी है। किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को बीकेयू राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने ठग बताया है। इसके साथ हो उन्होंने दावा किया है कि किसान आंदोलन का संचालन कांग्रेस की फंडिंग से हो रहा है।
BKU के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने शनिवार को अपना बयान देते हुए कहा, राकेश टिकैत बिना ठगे कोई काम नहीं करते। किसान आंदोलन कांग्रेस की फंडिंग से चल रहा है। वहां काजू, बादाम, पिस्ता, किशमिश और शराब की बोतल मिल रही है। असली किसान आंदोलन में नहीं है, वहां केवल शराब पीने वाले और नोट लेने वाले हैं।
इससे पहले भी भानु प्रताप सिंह राकेश टिकैत पर कई बार हमला बोल चुके हैं उन्होंने टिकैत पर दिल्ली बॉर्डर पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उनका व्यवहार नेता जैसा न रहकर अब आतंकियों जैसा हो गया है। किसी की जमीन पर कब्ज़ा कर या मारपीट करना किसानों का काम नहीं हैं।
गौरतलब है कि नवंबर महीने में किसान आंदोलन को एक वर्ष पूरा होने वाला है। मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार अध्यादेश को 17 सितंबर को पास कर दिया गए थे। कृषि कानून के पास होते ही देश के विभिन्न राज्यों में उनके खिलाफ सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। 25 नवंबर को किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया। लेकिन सीमाओं पर ही उन्हें रोक दिया गया। तब से लेकर अब तक किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए है।
इस दौरान किसान संगठनों और सरकार के बीच लगभग 11 बार बातचीत हुई, जिसका कोई परिणाम सामने नहीं आया। किसान इन कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं, वहीं सरकार ने साफ़ किया है कि वह किसी भी परिस्थिति में इन कानूनों को रद्द नहीं करेगी, अगर किसान राज़ी हो तो संशोधन संभव है।