भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के पूर्व प्रवक्ताओं के बयानों पर विवाद के बीच कांग्रेस (Congress) ने मंगलवार को कहा कि भारत (India) को धार्मिक सहिष्णुता पर किसी देश से लेक्चर की जरूरत नहीं है लेकिन क्षुद्र राजनीतिक लाभ के लिए देश की पहचान को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
भारत को धार्मिक सहिष्णुता पर किसी के लेक्चर की कोई जरूरत नहीं :शेरगिल
कांग्रेस (Congress) प्रवक्ता जयवीर शेरगिल (Jaiveer Shergill) ने कहा, भारत को धार्मिक सहिष्णुता पर किसी राष्ट्र से लेक्चर की आवश्यकता नहीं है, लेकिन भाजपा को यह महसूस करना चाहिए कि क्षुद्र राजनीतिक लाभ और टीआरपी सनसनी के लिए हमारी धर्मनिरपेक्ष पहचान को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। सरकारें आएंगी और जाएंगी लेकिन एक जीवंत और बहुसांस्कृतिक देश के रूप में भारत की पहचान हमेशा के लिए बनी रहनी चाहिए!
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया की वजह से ही पार्टी ने की कार्रवाई
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर भाजपा के दो नेताओं को निलंबित किए जाने के बाद भाजपा की तीखी आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया की वजह से ही पार्टी कार्रवाई करने के लिए मजबूर हुई। उन्होंने कहा, नूपुर शर्मा और नवीन कुमार इस्लामोफोबिया के मूल निर्माता नहीं हैं। याद रखें, वे राजा के प्रति अधिक वफादार होने की कोशिश कर रहे थे।
सुरजेवाला बोले- भाजपा की कार्रवाई महज ढोंग
रविवार को, कांग्रेस ने पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) और नवीन जिंदल (Naveen Jindal) के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई को ढोंग बताया। पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा कि यह एक दिखावटी प्रयास है। कतर, ईरान और कुवैत के बाद अब यूएई ने पैगंबर मुहम्मद पर भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं के बयानों की निंदा की है। यूएई के विदेश कार्यालय ने इस्लाम के संस्थापक के अपमान की निंदा और अस्वीकृति व्यक्त की।