मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक प्राइवेट हॉस्टल में मूक-बधिर युवती से हुए रेप के मामले में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है।पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अश्विनी शर्मा अश्लील वीडियो दिखाकर लड़कियों के साथ जबरदस्ती करता था। आरोपी कई लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बना चुका है। अभी तक 3 मूक-बधिर युवतियों ने साइन लैंग्वेज के जरिए आरोप लगाए हैं।
इस मामले में पुलिस ने हॉस्टल के संचालक अश्विनी शर्मा को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए दिव्यांग छात्राओं के रेप कांड की जांच एसआईटी करेगी। आईजी जयदीप प्रसाद ने एसआईटी गठित कर दी है। वहीं शिवराज सरकार ने राज्य में चल रहे निजी हॉस्टलों ने किए नए नियम बनाए हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाकर प्रदेश भर के बाल सरंक्षण गृहों और अनाथालयों की जांच कराने का निर्देश दिया है। सरकार सभी निजी और सरकारी अनुदान प्राप्त संस्थाओं पर शिकंजा कसने जा रही है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा ऐसी घटना से मन व्यथित है और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले इसके मैंने निर्देश दे दिये हैं। ऐसे छात्रावासों की नियमित मॉनिटरिंग के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। लड़कियों के होस्टलों के हर महीने निरीक्षण होगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हमने तय किया है कि प्रदेश में चल रहे निजी गर्ल्स हॉस्टल्स के लिए भी नियम बनाएंगे, ताकि उन पर नियंत्रण रखा जा सके। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह अपने जिले की संस्थाओं की जांच कर तत्काल रिपोर्ट भेजें और जिन संस्थाओं में गड़बड़ी पाई जाए, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
बता दें कि, भोपाल में हुए इस कांड का ख़ुलासा गुरुवार को हुआ था। आरोपी अश्विनी शर्मा सरकारी अनुदान ये दो हॉस्टल चला रहा था। पीड़ित छात्रा धार की रहने वाली है। हॉस्टल में हुई ज़्यादती की शिकायत उसने धार पहुंचकर अपने परिवार को बतायी । जिसके बाद यह मामला पुलिस के सामने आया। पीड़ित छात्रा 3 साल से इस हॉस्टल में रह रही थी।