केंद्र सरकार ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को नियमित करने का फैसला किया है। हालांकि, 14 देशों के लिए उड़ान अभी भी संभव नहीं है। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इन 14 देशों के लिए उड़ानों की अनुमति नहीं दी गई है। प्रतिबंधित देशों की लिस्ट में यूरोपीय संघ और कुछ अन्य देश भी शामिल हैं जहां कोरोना के नए संस्करण का पता चला है। सरकार की तरफ से पहले ही कहा जा चुका है कि इस साल के अंत तक कोविड की वजह से उड़ानों पर लगा प्रतिबंध हटा लिया जाएगा। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने शुक्रवार को बताया कि इस लिस्ट में जिन देशों को शामिल नहीं किया गया है उनमें यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोस्तवाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाम्बे, सिंगापुर शामिल हैं।
महामारी के चलते पिछले साल से बंद थी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
गौरतलब है कि भारत आने-जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कोविड-19 महामारी के कारण 23 मार्च, 2020 से ही बंद हैं।हालांकि, पिछले साल जुलाई से करीब 28 देशों के साथ हुए एयर बबल समझौते के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें संचालित हो रही हैं। नागर विमानन मंत्रालय ने एक आदेश में कहा, ‘‘भारत आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने के संबंध में फैसला गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सलाह से लिया गया है। सभी ने मिलकर भारत ये आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को 15 दिसंबर से फिर से शुरू करने का निर्णय किया है।’’
नए वेरिएंट की वजह से कई देशों में जाने की अनुमति नही
नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और इज़राइल समेत कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका सहित छह अफ्रीकी देशों के लिए उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इनमें से कोई भी देश भारत सरकार की ‘नो फ्लाई’ सूची में शामिल है या नहीं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस नए वेरिएंट के लेकर फिलहाल संयम बरतने की सलाह दी है, क्योंकि इसे म्यूटेशन को समझने में फिलहाल वैज्ञानयों की टीमें लगी हैं।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन को सामान्य करने की प्रक्रिया का मूल्यांकन कर रही है। सरकार चीजों को फिर से सामान्य करने में जुटी है, इसके लिए संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम दुनिया में नागर विमानन क्षेत्र का अपना मुकाम फिर हासिल करने और भारत में हब बनाने का प्रयास कर रहे हैं. आप भरोसा रखें, मैं आपके साथ हूं. हम मिलकर काम करेंगे, लेकिन सुरक्षित वातावरण में.”