महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनाव के नतीजे बुधवार को घोषित किये गए जिसमें भारतीय जनता पार्टी 1,649 सीटों में से 384 सीटों पर विजय प्राप्त कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। इससे पहले आज प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया था कि उनकी पार्टी राज्य में सबसे बड़ी राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी है और 24 नगर पंचायत का नेतृत्व कर सकती है।
किसकों कितनी मिली सीटे
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने बुधवार शाम को नतीजों की घोषणा की जिसमें भाजपा को 384 और राकांपा को 344 सीटों पर जीत मिली है। एसईसी के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस ने 316 सीटें जीती हैं जबकि शिवसेना को केवल 284 सीटों पर जीत हासिल हुई है। हाल में हुए पंचायत चुनाव में 206 निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए हैं।
भाजपा कर सकती हैं २४ निकाय संस्थाओं का नेतृत्व
एसईसी ने कहा कि गढ़चिरौली जिले के नौ नगर पंचायत में मतगणना बृहस्पतिवार को होगी। इससे पहले आज पाटिल ने संवाददाताओं से कहा था, “राज्य की 106 नगर पंचायत के लिए चुनाव हुए थे जिसमें अब तक भाजपा ने 400 से ज्यादा सीटें जीती हैं। हम 24 निकाय संस्थाओं का नेतृत्व करने की मजबूत हालत में हैं और छह अन्य में दावा करने के लिए हमें कुछ पार्षदों का समर्थन चाहिए होगा।
तीसरे या चौथे स्थान के लिए संघर्ष कर भाजपा -पाटिल
पाटिल ने कहा कि लगभग 26 महीने तक सत्ता से बाहर रहने के बावजूद, भाजपा को भारी जीत हासिल हुई है। उन्होंने कहा, “इससे पता चलता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं का हमारा नेटवर्क, बिना किसी सरकार के समर्थन या संसाधन के अच्छे नतीजे दे सकता है। शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद मिल गया लेकिन वह इस चुनाव में तीसरे या चौथे स्थान के लिए संघर्ष कर रही है।
भाजपा लगातार गठबंधन सरकार को सियासी चोट के वोट से काट रही हैं। शिवसेना -भाजपा का गठबंधन सत्ता का मुखिया बनने की कशमकश के चलते टूट गया था। लेकिन भाजपा की इस जीत विश्लेषक बड़े संदेश दे रही हैं।