बिहार में रामनवमी के बाद फैली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मुंगेर, नालंदा, भागलपुर व समस्तीपुर के बाद अब नवादा जिले में माहौल खराब होने लगा है। नवादा में बजरंगबली की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर दो समुदाय के बीच काफी झड़प हुई है। हिंसा में कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए हैं। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने अभी तक 10 राउंड की फायरिंग की है। आपको बता दें कि नवादा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का संसदीय क्षेत्र है।
बताया जा रहा है कि गुरुवार रात को नवादा बाईपास पर बजरंगबली की मूर्ति को तोड़ दिया गया था। जिसके बाद से ही हालात बेकाबू होते चले गए। गाड़ियों को तोड़ने के अलावा कई दुकानों में भी आग लगा दी गई। जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। वहीं माहौल खराब होते देख जिलाधिकारी और एसपी ने मौके पर पहुंचकर कमान संभाली। सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है। सभी प्रमुख धर्मस्थलों पर पुलिस बल तैनात किये गए हैं।
स्थित पर नियंत्रण को रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दिया गया है। बता दें कि भागलपुर के नाथनगर में हुए बवाल के बाद मुंगेर, समस्तीपुर, नालंदा के बाद नवादा में भी असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश की। मुंगेर में पटरी पर लौट रही विधि व्यवस्था गुरुवार को एक बार फिर से अस्तव्यस्त हो गई। बुधवार को दो नंबर गुमटी पर से प्रतिमा हटाए जाने के विरोध में एक पक्ष के लोग गुरुवार की सुबह सड़क पर उतर आए।
सैकड़ों की संख्या में सड़क पर उतरीं महिला, बच्चे और युवाओं ने सड़क जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना पर डीएम उदय कुमार सिंह और एसपी आशीष भारती जामस्थल पर पहुंचे और प्रतिनिधिमंडल को वार्ता करने के लिए बुलाया। इसी बीच भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद आधे घंटे तक पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।
भीड़ की ओर से पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने गोलीबारी की घटना से साफ इंकार किया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दंगा निरोधक दस्ते के जवानों ने आंसू गैस के गोले छोड़े।