भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की आज 138वीं जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी सराहना एक ऐसे महान नेता के रूप में की, जो साहस एवं विद्वतापूर्ण उत्साह के प्रतीक थे। वर्ष 1884 में बिहार में जन्मे प्रसाद एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे। वह एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्होंने दो पूर्ण कार्यकाल की सेवा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को उनकी जयंती पर याद करता हूं। एक महान नेता, जो साहस और विद्वतापूर्ण उत्साह के प्रतीक थे। वह भारत की संस्कृति से मजबूती से जुड़े थे और भारत के विकास के लिए एक भविष्यवादी दृष्टि भी रखते थे।’’
Remembering Dr. Rajendra Prasad Ji on his birth anniversary. A legendary leader, he epitomised courage and scholarly zeal. He was firmly rooted in India’s culture and also had a futuristic vision for India’s growth.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 3, 2022
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डॉ. प्रसाद को याद करते हुए कहा, ‘भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें स्मरण एवं नमन करता हूं। देश को स्वाधीन कराने के लिए संघर्ष करने के साथ-साथ उन्होंने भारत की संवैधानिक परंपराओं के निर्माण में भी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा।’
राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के सीवान जिला के जीरादेई गांव में हुआ था। सम्पूर्ण भारत में डॉ राजेंद्र प्रसाद काफी लोकप्रिय थे जिसके बाद से उन्हें राजेंद्र बाबू एवं देश रत्न कहकर बुलाया जाता था। राजेंद्र प्रसाद की प्रारंभिक शिक्षा बिहार के छपरा जिला स्कूल से हुई थीं।
सिर्फ 18 साल की उम्र में उन्होंने कोलकाता यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा प्रथम स्थान से पास की और फिर कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसीडेंसी कॉलेज में दाखिला लेकर लॉ के क्षेत्र में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। वे हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, बंगाली एवं फारसी भाषा से पूरी तरह परिचित थे।
1962 में जब उन्होंने राष्ट्रपति के पद से अवकाश लिया तो भारत सरकार ने उन्हें ‘भारत रत्न’ की उपाधि से सम्मानित किया था। 28 फरवरी 1963 को उनका निधन हो गया। उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहती थी, जो हर किसी को मोहित कर लेती थी। डॉ. प्रसाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक से अधिक बार अध्यक्ष रहे।