ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को यह स्पष्ट किया कि बीजद महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगा। पटनायक ने कहा कि उनकी पार्टी की नीति के तहत बीजद भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ समान दूरी बनाए रखेगा।
उन्होंने कहा, “हम भाजपा और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखने की हमारी नीति को जारी रखेंगे।” पटनायक ने कहा, “मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जहां तक महागठबंधन की बात है, तो बीजू जनता दल इसका हिस्सा नहीं है।”
वही, इससे पहले मंगलवार को धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने की मांग को लेकर यहां बीजद के धरना में भाग लेते हुए पटनायक ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2014 के अपने चुनाव घोषणा पत्र में इस बारे में वादा करने के बावजूद इस मांग की अनदेखी की। महागठबंधन में शामिल होने के बारे में उनकी पार्टी का रूख पूछे जाने पर पटनायक ने कहा, “हमें कुछ वक्त लगेगा और इस बारे में विचार करेंगे।”
गौरतलब है कि भाजपा ने ओडिशा में अपना आधार बढ़ाने की कोशिश तेज कर दी है जहां 2014 के आम चुनाव में पार्टी ने 21 लोकसभा सीटों में मात्र एक पर जीत हासिल की थी। बीजद ने 20 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।
भगवा पार्टी राज्य में 2017 में हुए पंचायत चुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद बीजद को वहां सत्ता से बेदखल करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। दिलचस्प है कि पिछले साल अगस्त में राज्यसभा के उप सभापति के लिए हुए चुनाव में बीजद के नौ सांसदों ने राजग उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह के समर्थन में वोट डाला था।