देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी का आज 42 वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। संबोधन में प्रधानमंत्री ने परिवारवाद को लेकर तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
आज देश के पास नीतियां भी और नियत भी
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुए संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नियत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है और निश्चयशक्ति भी है।’’ उन्होंने कहा कि इसलिए आज देश जो लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरा भी कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया देख रही है कि कोरोना काल के मुश्किल दौर में भी भारत अपने 80 करोड़ गरीबों व वंचितों को मुफ्त राशन दे रहा है। उन्होंने कहा कि अपने नागरिकों का जीवन आसान बनाना बीजेपी सरकारों और डबल इंजन की सरकारों की प्राथमिकता रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘गरीबों को पक्के घर से लेकर शौचालय के निर्माण तक, आयुष्मान भारत योजना से लेकर उज्ज्वला योजना तक, हर घर नल से जल से लेकर हर गरीब को बैंक खाते तक, ऐसे कितने ही काम हुए हैं जिनकी चर्चा अगर मैं करना शुरू करो तो शायद कई घंटे निकल जाएं। सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के साथ हम सबका विश्वास प्राप्त कर रहे हैं।’’
राज्यसभा में 100 सांसदों वाली, तीन दशकों में पहली पार्टी बनी BJP
प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कोहिमा तक बीजेपी ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’’ के संकल्प को निरंतर सशक्त कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी का स्थापना दिवस ऐसे समय पर आया है, जब पार्टी ने चार राज्यों में अपनी सत्ता बरकरार रखी और राज्यसभा में 100 सांसदों वाली, तीन दशकों में पहली पार्टी बनी। जब आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। तेजी से बदलती वैश्विक परिस्थितियां, जिसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में अभी दो तरह की राजनीति चल रही है। एक है परिवार भक्ति, दूसरी है देश भक्ति। देश में कुछ राजनीतिक दल हैं जो अपने परिवारवालों के लिए काम कर रहे हैं। बीजेपी ने ही परिवारवाद के खिलाफ बोलना शुरू किया और इसे चुनावी मुद्दा बनाया लोगों को समझ आ गया है कि परिवारवादी सरकारों लोकतंत्र की दुश्मन हैं और संविधान को कुछ नहीं समझती।
उन्होंने कहा कि दशकों तक कुछ दलों ने वोटबैंक की राजनीति की। कुछ लोगों को ही वादा करो। ज्यादातर लोगों को तरसाकर रखो। भेदभाव, भ्रष्टाचार सब वोटबैंक की राजनीति के साइड इफैक्ट थे। बीजेपी ने इस राजनीति को टक्कर दी है। देशवासियों को इसके नुकसान बताने में सफल रही है।
6 अप्रैल 1980 में स्थित्व में आई थी BJP
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बीजेपी मुख्यालय पर ध्वजारोहण किया और पार्टी के विचारक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने पार्टी मुख्यालय में एक रक्तदान शिविर का भी उद्घाटन किया। बीजेपी की स्थापना 1980 में आज ही के दिन हुई थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में स्थापित भारतीय जन संघ से इस नई पार्टी का जन्म हुआ। वर्ष 1977 में आपातकाल की घोषणा के बाद जनसंघ तथा कई अन्य दलों का विलय हुआ और जनता पार्टी का उदय हुआ। पार्टी ने 1977 के आम चुनाव में कांग्रेस से सत्ता छीनी थी और 1980 में जनता पार्टी को भंग कर भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई थी।