पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद जो परिणाम आए उसमे बीजेपी को बढ़त मिली है जहा बीजेपी ने मध्यप्रदेश में अपनी सरकार को बरक़रार रखा तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में वापसी की जो आगामी लोकसभा चुनाव के मध्यनज़र काफी अहम् संदेश देते है। इस सबके साथ बीजेपी के सहयोगी दलो को भी बल मिला है। सहयोगी दलों को अब बीजेपी से जुड़ने के बाद फायदे की बात लग रही होगी। पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने सोमवार को कहा कि जब कांग्रेस ने उन्हें अपने से दूर कर दिया, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने उनका और उनकी पार्टी का स्वागत किया।
उन्होंने कहा, जब कुमारस्वामी सीएम बने, तो देश के सभी धर्मनिरपेक्ष नेताओं ने राज्य का दौरा किया। जो लोग हमें बाहर रखना चाहते थे, उन्होंने कुमारस्वामी सरकार जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन) को गिरा दिया। जब हमें हटा दिया गया, तो पीएम मोदी और अमित शाह शाह ने हमारा स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि जद (एस) पार्टी कोई ताकत नहीं है और आने वाले वर्षों में इसका अस्तित्व नहीं रहेगा। देवेगौड़ा ने कहा, पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से मेरा सम्मान करते हैं। कांग्रेस की राजनीति को देखने के बाद उन्होंने (भाजपा) हमारा स्वागत किया। हम भविष्य में भाजपा के साथ हाथ मिलाएंगे।
उन्होंने कहा कि जद (एस) की ओर से कोई हिचकिचाहट नहीं है और वे कांग्रेस पार्टी के खिलाफ लड़ेंगे। देवेगौड़ा ने सवाल किया, हमने किसानों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के लिए काम किया है। महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण का प्रवधान किसने किया? उन्होंने कहा कि ऐसे समय में, जब लोग जद (एस) पार्टी को खत्म करने की बात कर रहे थे, पीएम मोदी ने उन्हें मौका दिया है।उन्होंने कहा ने कहा, हम कर्नाटक में सभी 28 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के साथ सर्वसम्मति से निर्णय लेंगे।
देवेगौड़ा ने कहा कि मोदी और अमित शाह अगले हफ्ते तक उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खड़गे को अध्यक्ष बनाया है, लेकिन हकीकत कुछ और है। वे राहुल गांधी को नेता के रूप में पेश कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि वे कर्नाटक में सीटें जीत लेंगी। उन्होंने कहा, "हम पीएम मोदी के नेतृत्व में कांग्रेस के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक से लूटा गया पैसा बांटकर ही तेलंगाना जीता है।