कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कहा कि ओम के उच्चारण से न तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और न ही अल्लाह के उच्चारण से योग की शक्ति में कमी होगी। इस पर, भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस योग को भी मजहब की नजर से देखती है और तुष्टिकरण की राजनीति में लगी हुई है।
वरिष्ठ वकील और कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी ने ट्वीट किया, ‘‘ ओम के उच्चारण से ना तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और ना अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी।’’ उनके इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘‘ योग को मजहब की नज़र से देखने वाली कांग्रेस यही साबित कर रही है की वो आज भी तुष्टिकरण की राजनीति में संलिप्त है।’’
योग को मजहब की नज़र से देखने वाली कांग्रेस यही साबित कर रही है की वो आज भी तुष्टिकरण की राजनीति में संलिप्त है | https://t.co/55CsIZj7OD
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) June 21, 2021
भाजपा और कई सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आने के बाद सिंघवी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘ श्रीराम के नाम पर करोड़ों भक्तों के चंदे की लूट मचाने वाले लोग मेरी आस्था पर सवाल उठा अपनी झेंप मिटा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जान लें कि योग सनातन समय से भारत के कण-कण में है। न तो योग की विद्या को और न ही मेरी आस्था को किसी धूर्त राष्ट्रवादी के सर्टिफ़िकेट की ज़रूरत है। दुष्प्रचार से बचें।’’
श्री राम के नाम पर करोड़ों भक्तों के चंदे की लूट मचाने वाले लोग मेरी आस्था पर सवाल उठा अपनी झेंप मिटा रहे हैं।
जान लें कि योग सनातन समय से भारत के कण-कण में है। न तो योग की विद्या को और न ही मेरी आस्था को किसी धूर्त राष्ट्रवादी के सर्टिफ़िकेट की ज़रूरत है। दुष्प्रचार से बचें। https://t.co/NDIpA9ryLR
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) June 21, 2021
उधर, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सिंघवी की टिप्पणी को लेकर परोक्ष रूप से उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘धर्म ग्रंथों के अनुसार ओम को “नाद ब्रह्म” कहा गया है, ओम के बिना सनातन धर्म की कल्पना करना भी व्यर्थ है क्योंकि ओम मात्र एक शब्द नहीं बल्कि इस चर अचर जगत का आधार स्पंदन है। इस लिये अज्ञानता वश ओम पर टिप्पणी करना कदापि उचित नहीं है।’’