वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश किए गए वर्ष 2022-23 के आम बजट को लेकर राजनीति जगत में कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। एक तरफ जहां केंद्र की मोदी सरकार को यह बजट बहुत ही उपयोगी और आत्मनिर्भर भारत से प्रेरित लग रहा है तो वहीं दूसरी तरफ यह बजट विपक्ष की आंखों में कंकड़ की तरह चुभ रहा है। आइए जानते हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए इस बजट को अब तक किस तरह के रिएक्शन मिले हैं।
केंद्रीय बजट पर गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया
अमित शाह ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया यह बजट एक दूरदर्शी बजट है, जो भारत की अर्थव्यवस्था के पैमाने को बदलने वाला बजट साबित होगा। यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा और स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव रखेगा। इसके लिए मैं @narendramodi जी और @nsitharaman जी को बधाई देता हूं।
केंद्रीय बजट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया
बजट सरकार के आत्मानिभर और प्रधानमंत्री @narendramodi के विकास और जन सुधारों के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने की रूपरेखा तैयार करता है। यह एक विकासोन्मुखी बजट है जो न्यू इंडिया की ऊर्जा का उपयोग करने पर केंद्रित है। #AatmanirbharBharatKaBudget
केंद्रीय बजट पर मुख्तार अब्बास नकवी की प्रतिक्रिया
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश आम बजट आपदा में भी ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अवसर को आश्वस्त करने वाला है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘आपदा में भी आत्मनिर्भर भारत के अवसर को आश्वस्त करता, आगे बढ़ाता बजट है। वैश्विक आर्थिक तंगी-मंदी के बीच विश्वास और विकास को आत्मनिर्भर भारत की डोर से बांधता बजट है।’’ वित्त मंत्री सीतामरण ने लोकसभा में मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया।
केंद्रीय बजट पर अश्विनी चौबे की प्रतिक्रिया
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश किए गए वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘‘अमृत बजट’’ करार दिया और कहा कि यह आम आदमी की आकांक्षाओं के अनुरुप है। चौबे ने एक बयान में कहा, ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव के बीच का यह अमृत बजट है और यह आम आदमी की आकांक्षाओं के अनुरूप है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने वाला यह बजट सबका साथ, सबका विश्वास के मूल मंत्र पर आधारित है क्योंकि बजट में महिलाओं, युवा, किसानों, लघु उद्यमियों, व्यापारियों सभी का ख्याल रखा गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अन्य देशों की तुलना में भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत रही। इस बजट से अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी तथा विकास को और गति मिलेगी।’’
केंद्रीय बजट पर पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
बेरोजगारी और महंगाई से कुचले जा रहे आम लोगों के लिए बजट शून्य है। सरकार बड़े शब्दों में खो गई है, जिसका कोई मतलब नहीं है- एक पेगासस स्पिन बजट। टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ'ब्रायन बोले, हीरे इस सरकार के सबसे अच्छे दोस्त हैं।
केंद्रीय बजट पर सीताराम येचुरी की प्रतिक्रिया
बजट किसके लिए? सबसे अमीर 10% भारतीयों के पास देश की 75% संपत्ति है। नीचे के 60% के पास 5% से कम के मालिक हैं। महामारी के दौरान सुपर मुनाफा कमाने वालों पर, जबकि बेरोजगारी, गरीबी और भूख बढ़ी है, उन पर अधिक कर क्यों नहीं लगाया जा रहा है? #Budget2022
कांग्रेस ने भी आम बजट को लेकर दर्ज कराई नाराजगी
कांग्रेस ने आम बजट पेश होने के बाद मंगलवार को आरोप लगाया कि सरकार ने देश के वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग को राहत नहीं देकर उनके साथ ‘‘विश्वासघात’’ किया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘भारत का वेतनभोगी वर्ग एवं मध्य वर्ग महामारी, वेतन में चौतरफा कटौती और कमरतोड़ महंगाई के इस दौर में राहत की उम्मीद कर रहा था। वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से अपने प्रत्यक्ष कर से संबंधित कदमों से इन वर्गों को बहुत निराश किया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग के साथ विश्वासघात है। सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि क्या सरकार ने ‘क्रिप्टो करेंसी’ से होने वाली आय पर कर लगाकर ‘क्रिप्टो करेंसी’ को बिना विधेयक लाए ही वैध करार दिया है?