पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईंधन की आसमान छूती कीमतों को लेकर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने मौजूदा आर्थिक समस्याओं के समाधान के उपाय तलाशने के लिए केंद्र से एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग भी की। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने गैर-भाजपा शासित राज्यों में भगवा दल द्वारा किए जा रहे ‘अत्याचारों’ से ध्यान भटकाने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि की है।
ईंधन की बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए केंद्र के पास कोई योजना नहीं :ममता
राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “ईंधन की कीमतों में वृद्धि से निपटने के लिए केंद्र के पास कोई योजना नहीं है। इस संकट के लिए भाजपा जिम्मेदार है। यह उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत के बाद देश के लिए उनका रिटर्न गिफ्ट है।” सीएम ममता ने कहा, “विरोधी दलों के खिलाफ सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने के बजाय केंद्र को मौजूदा आर्थिक समस्याओं का हल तलाशने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।”
आज भी 40 पैसे प्रति लीटर बढ़ी ईंधन की कीमत
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सोमवार को यानी आज एक बार फिर 40 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। दो सप्ताह से भी कम समय में कुल 8.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा चुकी है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.41 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 103.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 94.67 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95.07 रुपये प्रति लीटर हो गई है।