BJP ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से प्रत्याशी बनाया

BJP ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से प्रत्याशी बनाया
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Ratnagiri Sindhudurg / Narayan Raane : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र से बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को उम्मीदवार बनाया।

Highlights:

  • भाजपा ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को बनाया प्रत्याशी
  • सीट बंटवारे के तहत यह सीट यह सीट भाजपा के पास चली गयी, परम्परागत रूप से यह सीट भाजपा के पास
  • भाजपा ने पहले कभी इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ा है

कभी अविभजित शिवसेना का गढ़ रहे रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से इस बार भाजपा के पास चली गयी है। लिहाजा, केंद्रीय मंत्री राणे शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उम्मीदवार विनायक राउत के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं जो इस तटीय निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा लोकसभा सदस्य हैं।

किरण सामंत उम्मीदवारी की रेस में पिछड़े

बता दें, शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट पर उम्मीदवारी की दौड़ से अपने भाई किरन सामंत का नाम वापस लेने की बृहस्पतिवार को घोषणा की और भाजपा उम्मीदवार नारायण राणे को समर्थन दिया।
उदय सामंत के भाई किरन सामंत इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि, यह सीट भाजपा के पास आ गयी और उसने राणे को प्रत्याशी बना दिया। भाजपा ने पहले कभी इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ा है।

शिवसेना का पारम्परिक सीट

रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र पारंपरिक रूप से शिवसेना का गढ़ रहा है, यह वो शिवसेना थी जो अविभाजित थी। इस निर्वाचन क्षेत्र के तहत महाराष्ट्र के दो अहम तटीय जिले आते हैं। जून 2022 में पार्टी में विभाजन के बाद विनायक राउत ने उद्धव ठाकरे नीत गुट का समर्थन किया जिसने उन्हें इस सीट से फिर से उम्मीदवार बनाया है।
राणे के बड़े बेटे निलेश राणे ने 2009 के लोकसभा चुनाव में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। उस वक्त राणे परिवार कांग्रेस का हिस्सा था। कांग्रेस ने निलेश को 2014 के लोकसभा चुनाव में विनायक राउत के खिलाफ पुन: उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह हार गए थे।

कभी बाला साहेब ठाकरे ने पार्टी से किया था निष्काषित

नारायण राणे ने अविभाजित शिवसेना के साथ अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था और वह 1999 में मुख्यमंत्री बने। हालांकि, शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे ने ''पार्टी विरोधी गतिविधियों'' के लिए 2005 में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

बीजेपी 'महायुति' गठबंधन के तौर पर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ सत्ता में है। राणे के छोटे बेटे नितेश सिंधुदुर्ग जिले में कणकवली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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