भाजपा नेतृत्व अपने राजनीतिक फैसले से हमेशा चौकाता रहता हैं, ऐसा ही कुछ राष्ट्रपति चुनाव में हुआ था जब पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मूर्मु का नाम का ऐलान किया था। उपराष्ट्रपति चुनाव का भी एलान हो चुका है। इसके लिए पांच जुलाई को नोटिफिकेशन जारी होगा। 19 जुलाई को नामांकन की आखिरी तिथि तय की गई है और छह अगस्त को वोटिंग होगी।
उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम को लेकर कयासों का दौर जारी
इसी के साथ राजग और यूपीए में उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि द्रौपदी मुर्मू की तरह की उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के नाम से भी भाजपा सबको चौंका सकती है। क्योंकि बताया जा रहा हैं कि अबकी बार उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर किसी ऐसे नेता का नाम आ सकता हैं, जिसके नाम की कोई चर्चा भी नही हैं। इन राज्यों के अलग-अलग नामों पर मंथन चल रहा है। देश के इतिहास में आज तक कोई महिला उपराष्ट्रपति नहीं रही हैं। संभव है कि इस बार इतिहास बनाया जाए।
शायद हो सकता हैं देश के दोनों उच्च पद महिला के पास हो !
द्रौपदी मुर्मू के रूप में महिला और देश को पहली आदिवासी राष्ट्रपति मिलें। वहीं, उपराष्ट्रपति की कुर्सी भी किसी महिला को ही दे दी जाए। अगर ऐसा होता है तो ये एक नया रिकॉर्ड होगा। पहली बार ऐसा होगा जब देश में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों ही महिला होंगी।’