झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन शुक्रवार को धीरज साहू कैश स्कैंडल को लेकर भाजपा ने सदन के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। भाजपा विधायक अनंत ओझा, नीरा यादव, समरीलाल और अन्य ने हाथ में तख्तियां लेकर मुख्य गेट पर नारेबाजी की।
HIGHLIGHTS
इस दौरान भाजपा विधायकों ने इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जवाब मांगा। उनका सवाल था कि धीरज साहू के आवास पर इतने रुपये कहां से आये। भाजपा विधायकों इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने धीरज साहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। विरोधी दल के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने कहा कि धीरज साहू मामले में कांग्रेस पार्टी सवालों से भाग नहीं सकती। धीरज साहू ने 38 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है तो उनके पास 400 करोड़ रुपये कहां से आये। इसका जवाब कांग्रेस पार्टी को सदन में देना होगा। यदि यह उनकी वैध कमाई है तो इतनी राशि कोई अपने घर में नहीं रख सकता। यह कांग्रेस की काली कमाई है। यह साबित करता है कि राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
वहीं, इस मामले में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। यह उनका व्यक्तिगत मामला है। उनका पुश्तैनी व्यापार है और कई कंपनियां हैं। मामले में आईटी ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। धीरज साहू ने भी कुछ नहीं कहा है। विपक्ष हमारी उपलब्धियों से बेचैन है, इसलिए बेचैनी में विरोध प्रदर्शन कर रहा है। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद वर्ष 1932 के खतियान से जुड़े बिल पर राज्यपाल के संदेश को पढ़ा गया। मानसून सत्र के बाद देश में अब तक जिन लोगों का निधन हुआ है उनकी आत्मा की शांति के लिए शोक प्रकट किया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही को सोमवार तक स्थगित कर दिया गया। अब 18 दिसंबर को सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होगी।
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