हिन्दू और हिंदुत्व शब्द पर राजनीति शुरू है। राहुल गांधी द्वारा इन दोनों शब्दों के बीच में अंतर बताने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बड़ा दुखद विषय है कि 24 घंटे के भीतर हिंदू धर्म के ऊपर तीन बार प्रहार कांग्रेस पार्टी द्वारा होता है। सलमान खुर्शीद, अलवी शाहब और अब स्वयं उनके सबसे बड़े नेता राहुल गांधी द्वारा किया जाता है।
देश को आतंकवाद से ज्यादा खतरा हिंदुओं से है
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी ने सलमान खुर्शीद के वक्तव्य के ऊपर, उनकी किताब के ऊपर अपनी सफाई रखी है।उन्होंने हिंदू धर्म और हिंदुत्व के ऊपर प्रहार किया है। ये कांग्रेस और गांधी परिवार का चरित्र रहा है कि जब भी उनको मौका मिलता है तो वे हिंदू धर्म पर प्रहार करते हैं। पात्रा ने कहा कि 17 दिसंबर 2010 को राहुल गांधी जी ने कहा था कि देश को आतंकवाद से ज्यादा खतरा हिंदुओं से है। पी चिदंबरम जी ने 25 अगस्त 2010 को पहली बार भगवा आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया था। एक अखबार ने राहुल गांधी जी का वक्तव्य छापा था कि हां हम मुसलमानों की पार्टी हैं।
ये संयोग नहीं प्रयोग है
उन्होंने कहा कि जब सलमान खुर्शीद हिन्दू धर्म के विरोध में कहते हैं, उसको बोको हराम और ISIS से कंपेयर करते हैं या जब शशी थरूर हिन्दू तालिबान कहते हैं या जब भगवा आतंकवाद कहा जाता है, जो शब्द दिग्विजय सिंह जी और मणिशंकर अय्यर हिन्दू धर्म के खिलाफ प्रयोग करते हैं। दरअसल ये संयोग नहीं प्रयोग है।
वोट की राजनीति करने जाते हैं राहुल
बीजेपी नेता ने कहा कि इस प्रयोगशाला के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी हैं। राहुल गांधी के पढ़ाने और कहने के बाद शशी थरूर, सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह और मणिशंकर अय्यर जैसे लोग हिन्दू धर्म के विरोध में अनर्गल वक्तव्य देते हैं। उन्होंने कहा कि एक ऐसा वक्त था जब राहुल गांधी जी ने कहा था- मंदिर जाने वाले लड़कियां छेड़ते हैं। हिंदू धर्म में मंदिर जाने वाले लफंगे होते हैं। राहुल गांधी चुनाव से ठीक पहले मंदिर जाते हैं। वो वोट मांगने जाते हैं। वो वोट की राजनीति करने जाते हैं।