पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के गंभीर मामलों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले की सराहना करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि अदालत ने कड़ा संदेश दिया है कि भारत के किसी हिस्से में अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आत्मविश्लेषण करने के लिए कहा।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और अदालत के आदेश का हवाला देकर कहा कि विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद हुई हिंसा में राज्य पुलिस ने लोगों की शिकायतों को नहीं सुना। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपराधियों को कथित तौर पर संरक्षण दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहली नजर में आरोपी तृणमूल कांग्रेस के मालूम होते हैं।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा में हत्या और बलात्कार जैसे अत्यंत गंभीर मामलों में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने कथित चुनाव बाद हिंसा से जुड़े अन्य सभी अपराधों की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने का भी आदेश दिया।
भाटिया ने कहा, “उच्च न्यायालय ने एक कड़ा संदेश दिया है। यह मील का पत्थर होना चाहिए क्योंकि अदालत ने साफ कर दिया है कि अराजकता की भारत में कोई जगह नहीं है।” बनर्जी को “असफल मुख्यमंत्री” करार देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सरकार ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की और उनसे अब कानून के अनुरूप अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वाह करने को कहा।