कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी की स्थिति को लेकर मंगलवार को पार्टी की ओर से एक ‘श्वेत पत्र’ जारी किया। जिसके बाद भाजपा ने राहुल पर तीखा पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जब भी हिंदुस्तान में कुछ अच्छा होता है और देश अच्छा परफॉर्म करता है, तो कहीं न कहीं कांग्रेसियों को उससे चिढ़ होती है।
राहुल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उस पूरे विषय पर एक प्रश्नचिन्ह लगाने का करते हैं काम
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से रुका नहीं जाता और वो प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उस पूरे विषय पर एक प्रश्नचिन्ह लगाने का काम करते हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि योग दिवस के साथ ही कल का दिन बहुत महत्वपूर्ण था। कल पूरे विश्व में हिंदुस्तान एक मात्र ऐसा देश बना जिसने एक ही दिन में लगभग 87 लाख लोगों का टीकाकरण किया लेकिन राहुल गांधी ने देश की इस उपलब्धि का सम्मान नहीं किया।
कोरोना की लड़ाई में जब निर्णायक मोड़ आए तब राहुल और कांग्रेस ने की राजनीति
संबित पात्रा ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में जब भी निर्णायक मोड़ आए तब-तब के राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने राजनीति करने की भरसक प्रयास किया है। कहीं न कहीं भारत की कोरोना से इस लड़ाई को डिरेल करने का अथक परिश्रम किया है।
दूसरी लहर में कांग्रेस शासित राज्यों में सबसे ज्यादा मौत
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सेकेंड वेव कांग्रेस शासित राज्य से शुरू हुआ। कांग्रेस शासित राज्यों में इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा और सर्वाधिक मामले आए। सबसे ज्यादा मौतें कांग्रेस शासित राज्यों में हुईं। कांग्रेस शासित राज्यों ने कोवैक्सीन को लेकर इनकार किया और वहां सर्वाधिक मृत्यु दर रही।
उनका नाम राहुल गांधी नहीं बल्कि कंफ्यूज गांधी है
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हर तरफ और हर बार भ्रम फैलाने का प्रयास किया। कभी वैक्सीन पर सवाल उठाये तो कभी वकालत की। कभी लॉकडाउन को गलत बता कर विरोध किया और बाद में कठोर लॉकडाउन की वकालत की। संबित पात्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि उनका नाम राहुल गांधी नहीं बल्कि कंफ्यूज गांधी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अभी तक वैक्सीन नहीं लिया है।
राहुल गांधी को बीमारी एवं वैक्सीन को लेकर नहीं करनी चाहिए राजनीति
डॉ. पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी को 15 अप्रैल को कोरोना हुआ था, उन्होंने 16 को कहा कि वह रैली नहीं करेंगे। चार दिन बाद 20 तारीख को पता चला कि उन्हें कोरोना हुआ है। पर फिर भी वह बीमारी एवं वैक्सीन पर राजनीति करते रहे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बीमारी एवं वैक्सीन को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।