उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तो दंगल से पहले ही हिंसा हो गई, लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच घटना के बाद से ही कुश्ती जारी है। यूपी के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले ही हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद विपक्षी दलों में पहले पीड़ित और घटनास्थल तक पहुंचने की होड़-दौड़ लगी हुई है। लखीमपुर खीरी हिंसा पर विपक्ष खासकर गांधी परिवार पर वोटों की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने इनकी सेलेक्टिव राजनीति को बेनकाब करने के लिए देश भर में प्रेस कांफ्रेंस करने का फैसला किया है।
भाजपा के बड़े नेता और प्रवक्ता राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों में प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान के विभिन्न जिलों में दलितों की हत्या, महिलाओं के साथ अपराध और किसानों पर लाठीचार्ज की घटनाओं को उठाकर, चयनात्मक राजनीति को लेकर कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधेंगे।
दिल्ली के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मानवाधिकार को लेकर मंगलवार को एक कार्यक्रम में दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष खासकर गांधी परिवार लखीमपुर खीरी के मसले पर वोट की राजनीति कर रहा है। भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में राजस्थान के जालौर, झुंझुनूं हनुमानगढ़ और बीकानेर में हुई घटनाओं की वीडियो दिखाते हुए संबित पात्रा ने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश पर हंगामा करने वाले दलों को राजस्थान के दलित और किसान क्यों नहीं दिखाई देते हैं ? गांधी परिवार, अखिलेश यादव और अन्य दलों के नेता राजस्थान जाकर इन पीड़ित लोगों के परिवारों से क्यों नहीं मिलते हैं? विरोधी दलों के नेताओं ने राजस्थान की घटना पर बोलना तो दूर की बात है, एक ट्वीट तक नहीं किया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान के दलित, किसान और महिलाएं प्रियंका गांधी को दिखाई नहीं देते हैं और दूसरे राज्यों में जाकर अराजकता और अशांति फैलाना कांग्रेस का चरित्र बन गया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने कांग्रेस पर दलितों को बरगलाने का आरोप लगाते हुए पूछा कि लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित विधवाओं से गले मिलने वाली प्रियंका गांधी राजस्थान जाकर पीड़ितों से गले क्यों नहीं मिलती हैं। कांग्रेस के दलित प्रेम पर सवाल उठाते हुए दुष्यंत गौतम ने कहा कि पंजाब में भी कुछ महीनों के लिए दलित मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने दलितों को झांसा देने की ही चाल चली है।