कांग्रेस ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार को काम न करने देने और कर्नाटक में लोकतंत्र की ‘हत्या’ का लगातार प्रयास करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार ने मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की ओर से पेश विश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस में भाग लेते हुए ‘ऑपरेशन लोटस’ को लेकर भाजपा पर हमला किया और कहा, ‘‘येद्दियुरप्पा सरकार को अस्थिर करने के लगातार प्रयास कर रहे थे।
यह सातवीं बार है जब उन्होंने गठबंधन सरकार को गिराने का प्रयास किया है।’’ गठबंधन सरकार को आज कड़ परीक्षा से गुजरना होगा। शाम सात बजे विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने की संभावना है। विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने कहा है कि वह आज हर हालत में विश्वास प्रस्ताव पर बहस पूरी करा लेंगे।
कांग्रेस के 12 और जद (एस) के तीन विधायकों के इस्तीफा देने से गठबंधन सरकार के अल्पमत में आ जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है। इन बागी विधायकों के इस्तीफे हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार नहीं किये हैं। ये विधायक अभी मुम्बई के एक होटल में ठहरे हैं और उन्होंने विधानसभा सत्र में शामिल होने से इन्कार कर दिया है।
विधानसभा अध्यक्ष के इन बागी विधायकों को उनसे आज मिलने का नोटिस भेजा था जिसके बाद इन विधायकों ने कुछ समय देने का आग्रह किया है।
श्री शिवकुमार ने कहा कि भाजपा को देश चलाने का बहुमत मिला है और उसे विधायकों की खरीद-फरोख्त और लोकतंत्र की हत्या के प्रयासों की रोकथाम के लिए कड़ कानून बनाने चाहिए।
इस बीच, भाजपा ने श्री कुमारस्वामी की विधानसभा में पूर्वाह्न की कार्यवाही में भाग न लेने के लिए कड़ी आलोचना की।
भाजपा ने ट्वीटर लिखा, ‘‘कर्नाटक में विश्वास प्रस्ताव पर मतदान शुरू होने वाला है और मुख्यमंत्री ताज वेस्ट इंड होटल के अपने कमरे में आराम फरमा रहे हैं।
उनका संदेश स्पष्ट है कि वह लूट जारी रखने और कर दाताओं के पैसे का अपने मुख्यमंत्रित्व काल के अंत तक दुरूपयोग करते रहेंगे। वह और उनकी पार्टी को जनता को बहुत जल्द जवाब देना होगा।’’
पूर्वाह्न 10 बजे जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष की सीटें खाली होने पर नाखुशी जाहिर की। पूर्वाह्न कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस और जद (एस) के कुछ ही सदस्य अपनी सीटों पर थे। ये देखकर श्री रमेश कुमार ने नाराजगी दिखायी।
जद (एस) के विधायक शिवलिंगे गौडा ने बागी विधायकों को निकाल देने की मांग की। उन्होंने श्री येदियुरप्पा से स्पष्ट करने को कहा कि क्या वह बागी विधायकों को भाजपा में शामिल करेंगे और यदि गठबंधन सरकार गिर जाती है तो क्या इन विधायकों को मंत्री बनाया जायेगा।
राज्य के मंत्री यू टी खादर ने भाजपा से सवाल किया कि क्या वे बागी विधायकों से तत्काल उच्चतम न्यायालय में गुहार लगवा कर उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर बागी विधायकों के साथ बैठक करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार श्री शिवकुमार ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से सुबह मुलाकात की और मतदान के बाद सरकार के गिरने की स्थिति में अगली कार्रवाई पर चर्चा की।