कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ बुधवार को आयोजित एक प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गयी जिससे इस घटना में भगवा पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए ।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को इसकी जानकारी दी गयी । घोष संगठन की बैठक में शामिल होने के लिए अभी दिल्ली में हैं । शाह ने राज्य नेतृत्व से कहा है कि वह घटना की विस्तृत जानकारी उन्हें मुहैया करायें ।
भारतीय जनता पार्टी की बंगाल इकाई ने बिजली की बढ़ती कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया । इसी दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गयी ।
भारतीय जनता पार्टी के दो प्रदेश महासचिवों सयांतन बसु और राजू बनर्जी के अलावा राज्य इकाई के शीर्ष नेताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया । इस प्रदर्शन में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष तथा सांसद लॉकेट चटर्जी भी शामिल हुई ।
कोलकाता पुलिस ने सेंट्रल एवेन्यू में बैरिकेड लगा कर उन्हें रोकने की कोशिश की । पुलिस ने दावा किया कि भाजपा कार्यर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया ।
इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसु गैस के गोले छोड़े और पानी का बौछार किया । पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया ।
भाजपा ने दावा किया कि बासु, बनर्जी, भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष देबजीत सरकार और पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया ।
पार्टी ने दावा किया कि उसके 85 कार्यकर्ता घायल हो गए और उनमें से कई को अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश में पुलिस तृणमूल कांग्रेस के कैडर और गुंडों की तरह काम कर रही है ।
विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस सरकार बिजली की दरों और मीटर रीडिंग के मामले में भ्रष्टाचार में संलिप्त है । देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा कोलकाता और बंगाल में बिजली की दरें बहुत अधिक है । जब भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया तो पुलिस गुंडई पर उतर आयी ।’’
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री तापस रॉय ने पार्टी के खिलाफ लगाये गए आरोपों को आधारहीन करार देते हुए कहा कि भाजपा ने एक ओर स्वयं को बड़े कारपोरेट घरानों के हाथों बेच दिया है और दूसरों की आलोचना कर रही है । रॉय ने आरोप लगाया कि भाजपा कारपोरेट घरानों के हाथों में है ।