Buddha Purnima 2022 : देशभर में आज बैशाख पूर्णिमा मनाई जा रही है। आज के ही दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए इस पूर्णिमा को ‘बुद्ध पूर्णिमा’ के तौर पर भी मनाया जाता है। आज सुबह से ही देशभर के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। मध्य प्रदेश के जबलपुर में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने नर्मदा नदी में डुबकी लगाई। वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा नदी में श्रद्धालुओं द्वारा पवित्र स्नान किया गया।
बौद्ध धर्म के साथ हिंदू धर्म में भी भगवान बुद्ध की मान्यता
बौद्ध धर्म के साथ-साथ हिंदू धर्म में भी भगवान बुद्ध को पूजा जाता है। बुद्ध पूर्णिमा का दिन बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए खास होता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान, दान और पूजा-पाठ का विषेश महत्व होता है।
बौद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्त्व
बौद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने का अधिक महत्व होता है। इस दिन गंगा घाट पर स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलने के साथ-साथ जीवन में सुख-शांति आती है। इस दिन पूर्णिमा का व्रत किया जाता है और पूर्णिमा के दिन किये जाने वाले स्नान-दान करके पुण्य कमाया जाता है।
पूर्णिमा के दिन श्री विष्णु के स्वरूप भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है। इस दिन सुबह स्नान आदि के बाद परिवार सहित भगवान सत्यनारायण की कथा कही जाती है। साथ ही पूर्णिमा के दिन भगवान के निमित्त व्रत रखने का भी विधान है।