वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट है। यह बजट कोरोना महामारी की तीसरी लहर और पांच राज्यों में होने वाले चुनावों से पहले पेश हुआ है। इसलिए इसका महत्व और बढ़ जाता है। जिसपर विपक्ष अपनी अपनी प्रतीक्रिया दे रहा हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कहा कि आम बजट जनता को नए वादों के साथ जनता को लुभाने के लिए लाया गया है।
मायावती का ट्वीट
1. संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट नए वादों के साथ जनता को लुभाने के लिए लाया गया है, जबकि गतवर्षों के वादों व पुरानी घोषणाओं आदि के अमल को भुला दिया गया है, यह कितना उचित। केन्द्र बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व किसानों की आत्महत्या जैसी गंभीर चिन्ताओं से मुक्त क्यों? 1/2
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2022
उन्होंने कहा, ''केन्द्र सरकार द्वारा अपनी पीठ आप थपथपा लेने से अभी तक देश की बात नहीं बन पा रही है। करों की मार लोगों का जीना दूभर किए हुए है। इसीलिए केन्द्र का भरसक प्रयास खासकर बेरोजगारी व असुरक्षा आदि के कारण लोगों में छाई तंगी, मायूसी व हताशा को कम करने की हो तो बेहतर है।’’
सीएम योगी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कही यह बात
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एक प्रगतिशील बजट है। सीएम योगी ने कहा कि- सभी वर्गों विशेषकर किसानों, महिलाओं, युवाओं को इससे लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी, किसानों की आय दोगुनी करने के उपाय, युवाओं के लिए 60 लाख रोजगार, महिला सशक्तिकरण के उपाय जैसे मिशन शक्ति जैसी महत्वपूर्ण घोषणाएं हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगी।
इसके अलावा मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने कहा 'मैं प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं, ये बजट समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित भारत के निर्माण का बजट है। अधोसंरचना विकास के लिए 35% से अधिक राशि बजट में बढ़ाई गई है इससे अधोसंरचना विकास के साथ-साथ रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
