कैट (कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक ज्ञापन भेजा है जिसमें उन्होंने मांग की है कि, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा भारत में मादक पदार्थों की तस्करी की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की जानी चाहिए। ताकि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। कैट के अनुसार, मध्य प्रदेश पुलिस के हालिया निष्कर्षों से यह स्पष्ट हुआ है कि, मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म पर संचालित किए जा रहे ड्रग रैकेट अमेजन की जानकारी और सक्रिय भागीदारी है, लेकिन अमेजॉन इस तरह के नशीले पदार्थों को अपने गोदामों में संग्रहीत करके पूरी तरह से शामिल है।
क्या अमेजॉन सरकार से बड़ा है : प्रवीन खंडेलवाल
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा है कि, यह आश्चर्यजनक है कि अमेजॉन जैसी वैश्विक दिग्गज, जिसने अपने तकनीकी मिथक के बल पर भारतीय बाजार में प्रवेश किया है वह अब इस मामले से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है। जबकि अमेजॉन अपने मार्केटप्लेस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से गांजा के व्यापार की सुविधा प्रदान कर रहा है। कैट ने कहा है कि, जब भी सरकार अमेजॉन के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की योजना बनाती है, तो उनके पास एक स्टीरियो टाइप उत्तर होता है कि, कंपनी आंतरिक जांच कर रही है। क्या अमेजॉन सरकार से बड़ा है ?
मध्यप्रदेश पुलिस ने किया था भंडाफोड़
पिछले दिनों मध्यप्रदेश की भिंड पुलिस ने कड़ी पत्ते की आड़ में अमेजॉन पर गांजे की तस्करी का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने 20 किलो गांजा सहित अमेजॉन की पैकिंग के डिब्बे, रैपर, बारकोड टैगिंग आदि सामान भी जब्त किया था। दूसरी ओर मध्यप्रदेश गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा है कि, फिलहाल ऑनलाइन बिजनेस की कोई गाइडलाइन नहीं है। जल्द ही इनकी गाइडलाइन बनाई जाएगी। क्योंकि इसमें हथियार भी सप्लाई हो सकती है।