अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुए जिन्ना विवाद के बाद पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने बयान देकर एक बार फिर से इस विवाद को हवा दी है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके हामिद अंसारी ने कहा कि यदि कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल हो सकता है तो एएमयू में जिन्ना की तस्वीर क्यों नहीं हो सकती है? एक इंटरव्यू में हामिद अंसारी ने कहा कि भारत के मुसलमानों में असहजता का माहौल है। पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा, “भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों में असहजता का माहौल है, और इसका समाधान किये जाने की जरूरत है…कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिस देश और विदेशों से भी प्रतिक्रियाएं आईं हैं, आप इसे नकार नहीं सकते।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर से जुड़े विवाद पर पूर्व उपराष्ट्रपति ने विस्तार से अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि छात्र संघ में ये परंपरा रही है कि सार्वजनिक क्षेत्र की हस्तियों का सम्मान किया जाता है। पहली बार ऐसा सम्मान गांधी जी को दिया जाता है। उन्होंने कहा, “जिसे भी सम्मान दिया जाता है उसकी तस्वीर लगाई जाती है…प्रधानमंत्री, मोरार जी देसाई, मदर टेरेसा, खान अब्दुल गफ्फार खान…इन सभी को सम्मानित किया गया है और इनकी तस्वीरें गैलरी में लगाई गई है। जिन्ना को भी सम्मानित किया गया और उनकी तस्वीर लगाई गई। जिन्ना 1938 में वहां गये थे।
उनकी तस्वीर वहां होने में क्या बुराई है? अगर विक्टोरिया मेमोरियल हो सकता है तो यहां जिन्ना की तस्वीर क्यों नहीं हो सकती है? हमारी परंपरा भवनों और तस्वीरों पर हमला करने की नहीं रही है। गौरतलब है की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। तब अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के सांसद सतीश गौतम ने एएमयू कुलपति को चिट्ठी लिखकर पूछा था कि जिन्ना की तस्वीर हॉल में क्यों लगी है? जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने यूनिवर्सिटी के पास विरोध प्रदर्शन किया था और इसी दौरान भीड़ हिंसक हो गई थी।