पूर्वोत्तर की पारिस्थितिकी के संरक्षण के लिए सावधानी के साथ योजना बनाना जरूरी: राष्ट्रपति कोविंद - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

पूर्वोत्तर की पारिस्थितिकी के संरक्षण के लिए सावधानी के साथ योजना बनाना जरूरी: राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को कहा कि उत्तर-पूर्व की समृद्ध पारिस्थितिकीय धरोहर को संरक्षित रखने के लिए तथा वैश्विक जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सावधानी पूर्ण योजना और प्रयास जरूरी हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को कहा कि उत्तर-पूर्व की समृद्ध पारिस्थितिकीय धरोहर को संरक्षित रखने के लिए तथा वैश्विक जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सावधानी पूर्ण योजना और प्रयास जरूरी हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने  क्षेत्रीय सौंदर्य की प्रंशसा 
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा गुवाहाटी में आयोजित ‘उत्तर पूर्व महोत्सव’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कोविंद ने क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा की और इसके संरक्षण के लिए कदम सुझाये।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मानवता के सामने जलवायु परिवर्तन सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरी है, ऐसे में आने वाले सालों में पूर्वोत्तर की समृद्ध पारिस्थितिकीय धरोहर के संरक्षण के लिए सावधानी पूर्ण योजना और प्रयासों की जरूरत होगी। यह क्षेत्र हिमालय और भारत-बर्मा जैवविविधता क्षेत्रों का हिस्सा है जो दुनिया में 25 ऐसे क्षेत्रों में शामिल हैं।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि विकास के कार्यों में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, हरित उद्योग, अवसंरचना के लिए प्रारंभिक रणनीति को जोड़ा जाना चाहिए।
भारतीय  पूर्वोत्तर दक्षिण-पूर्व एशिया का का प्राकृतिक द्वार 
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर क्षेत्र दक्षिण पूर्व एशिया और आगे के क्षेत्र के लिए भारत का प्राकृतिक द्वार है। अनेक पड़ोसी देशों के साथ 5,300 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ इसका महत्वपूर्ण रणनीतिक मूल्य है।’’
कोविंद ने कहा कि ‘लुक ईस्ट नीति’ की शुरुआत के साथ पूर्व दिशा में पड़ोसी देशों को लेकर सुरक्षा केंद्रित रुख, क्षेत्र के आर्थिक विकास की साझा क्षमता से लाभ पाने के लिए आर्थिक संसाधनों को प्राथमिकता देने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने एक नवोन्मेषी कदम के तहत केंद्रीय मंत्रियों को प्रत्येक पूर्वोत्तर राज्य का प्रभारी भी बनाया है ताकि वे परियोजनाओं पर निगरानी रखें और क्षेत्र के विकास तथा वृद्धि पर अद्यतन जानकारी दें।’’
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 × 5 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।